नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने दिल्ली हिंसा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कथित संकीर्ण सोच को जिम्मेदार ठहराते हुए मंगलवार को कहा कि नागरिकता (संशोधन) कानून(सीएए) को लागू करना टाल दिया जाना चाहिए। चिदंबरम ने एक ट्वीट श्रृंखला में कहा कि आम जनता संकीर्ण सोच वाले और असंवेदनशील नेताओं को सत्ता सौंपने की कीमत चुका रही है। उन्होंने कहा कि सरकार को सीएए का विरोध कर रहे लोगों की बात सुननी चाहिए और उच्चतम न्यायालय के फैसले तक इसका क्रियान्वयन टाल देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में कल हुई हिंसा और मौतों की कड़ी निंदा की जानी चाहिए। कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘ हमने चेतावनी दी थी कि सीएए विभाजनकारी है, इसे रद्द किया जाना चाहिए लेकिन हमारी आवाज नहीं सुनी गयी। अभी भी देर नहीं हुई है और कानून का विरोध करने वालों की बात सरकार को सुननी चाहिए। ’’ चिदंबरम ने कहा कि नागरिकता कानून 1955 चल रहा था और इसे संशोधित करने की जरूरत नहीं थी। उन्होंने कहा कि संशोधित कानून को रद्द कर देना चाहिए।