पटना। बिहार के बहुचर्चित चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने पांच सौ साल से अधिक पुराने अयोध्या राम जन्मभूमि विवाद पर आज उच्चतम न्यायालय के फैसले को लेकर लोगों से एकता, प्रेम और भाईचारे का धर्म निभाने की अपील करते हुऐ कहा कि मानवता और संविधान भी हमारा धर्म है। यादव के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर आज किए गए ट्वीट में कहा गया, ‘‘मानवता और संविधान भी हमारा धर्म है। हमें एकता, भाईचारे और प्रेम के साथ अपना हर धर्म निभाना है। जो भी फैसला हो उसका आदर करते हुए हर हिंदुस्तानी का निर्णय शांति,एकता और अहिंसा के मार्ग पर चलने का ही होगा। आओ मिलकर दुनिया को दिखा दें कि यह गांधी का देश है और यहां एकता का परिवेश है।’’
यादव के पुत्र एवं नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी ट्वीट कर कहा, ‘‘मैं सभी बिहारवासियों से कर जोड़ प्रार्थना करता हूं कि सर्वोच्च न्यायालय का जो भी फैसला आये हम उसे स्वीकार करें और किसी भी कीमत पर सामाजिक सौहार्द्र को बिखरने ना दें। मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे में विद्यमान ईश्वर भी अपने श्रद्धालुओं के बीच फासला नहीं देखना चाहेंगे।’’ वहीं राजद नीति महागठबंधन के घटक राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) अध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने ट्वीट कर कहा, ‘‘समस्त देशवासियों से अपील है कि नफरत की राजनीति करने वाले लोगों और टीआरपी की होड़ में लगे मीडिया चैनलों की बातों में न आएं। हर स्थिति में सामाजिक सौहार्द्र एवं भाईचारा बनाए रखें। लोकसमता हमारे देश की पूंजी है, इसलिए अफवाहों से दूर रहें, न डरें, ना डराएं। हिंदू-मुस्लिम भाई-भाई।’’कांग्रेस के विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्रा ने बिहारवासियों से अपील करते हुए कहा कि आयोध्या रामजन्म भूमि विवाद पर उच्चतम न्यायालय के फैसले का सम्मान किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी भी कीमत पर राज्य में प्रेम, भाईचारा और सामाजिक सौहार्द्र कायम रहना चाहिए।