लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को यहां अन्तर्राष्ट्रीय रामायण महोत्सव में सम्मिलित हुए और कम्बोडिया देश की प्रस्तुति का अवलोकन किया। संत गाडगे महाराज प्रेक्षागृह, गोमतीनगर में आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय रामायण महोत्सव -2019 की इस प्रस्तुति में रामायण विशेषकर लव-कुश प्रसंग का चित्रण नृत्य नाटिका के माध्यम से किया गया। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री डॉ0 दिनेश शर्मा सहित कई मंत्रिगण, जनप्रतिनिधिगण, मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह अवनीश कुमार अवस्थी, निदेशक संस्कृति एवं सूचना शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
अन्तर्राष्ट्रीय रामायण महोत्सव के तहत फिजी की प्रस्तुति में दिखाया गया कि जब अंग्रेजी शासन में गिरमिटिया भारत से गए, तब उन्होंने सुनिश्चित किया कि उनकी समृद्धशाली भारतीय संस्कृति, धार्मिक विरासत, पारम्परिक लोकसंगीत, लोकगीत,महाकाव्यों में रामायण और भगवत्गीता, जो कि हमारी सबसे कीमती धरोहर है, को वह अपने साथ लेकर गए। यह धरोहर और विरासत आज भी फिजी में पीढ़ी दर पीढ़ी सुरक्षित है। इसके बाद फिजी के कलाकारों द्वारा रामायण के विभिन्न प्रसंगों को बहुत ही मार्मिक तरीकों से प्रस्तुत किया गया।
इसके अतिरिक्त अन्तर्राष्ट्रीय रामायण महोत्सव में रामायण से सम्बन्धित प्रदर्शनियां भी आयोजित की गयीं, जिसमें राम संस्कृति की विश्व यात्रा की प्रदर्शनी, रामलीलाओं के मुकुट मुखौटे, वेशभूषा अस्त्र-शस्त्र की प्रदर्शनी, दिव्यांग बच्चों द्वारा रामकथाओं पर आधारित चित्रकला प्रदर्शनी, विदेशी रचनाकारों के पोट्रेट की प्रदर्शनी तथा उर्दू फारसी ग्रन्थों में रामकथा का चित्रण विषयक प्रदर्शनियों का आयोजन किया गया। अन्तर्राष्ट्रीय रामायण महोत्सव का आयोजन संस्कृति एवं पर्यटन विभाग के सहयोग से भारतीय सांस्कृतिक सम्बन्ध परिषद्, नई दिल्ली द्वारा 20 से 22 सितम्बर तक किया गया। लखनऊ में यह पहला अवसर था, जब 07 विदेशी टीमों-थाईलैण्ड, श्रीलंका, बांग्लादेश, मॉरिशस, कम्बोडिया, फिजी और त्रिनिदाद एवं टोबैगो देशों की रामलीला प्रस्तुतियां आयोजित हुईं।योगी हुए अन्तर्राष्ट्रीय रामायण महोत्सव में शामिल
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को यहां अन्तर्राष्ट्रीय रामायण महोत्सव में सम्मिलित हुए और कम्बोडिया देश की प्रस्तुति का अवलोकन किया। संत गाडगे महाराज प्रेक्षागृह, गोमतीनगर में आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय रामायण महोत्सव -2019 की इस प्रस्तुति में रामायण विशेषकर लव-कुश प्रसंग का चित्रण नृत्य नाटिका के माध्यम से किया गया। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री डॉ0 दिनेश शर्मा सहित कई मंत्रिगण, जनप्रतिनिधिगण, मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह अवनीश कुमार अवस्थी, निदेशक संस्कृति एवं सूचना शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
अन्तर्राष्ट्रीय रामायण महोत्सव के तहत फिजी की प्रस्तुति में दिखाया गया कि जब अंग्रेजी शासन में गिरमिटिया भारत से गए, तब उन्होंने सुनिश्चित किया कि उनकी समृद्धशाली भारतीय संस्कृति, धार्मिक विरासत, पारम्परिक लोकसंगीत, लोकगीत,महाकाव्यों में रामायण और भगवत्गीता, जो कि हमारी सबसे कीमती धरोहर है, को वह अपने साथ लेकर गए। यह धरोहर और विरासत आज भी फिजी में पीढ़ी दर पीढ़ी सुरक्षित है। इसके बाद फिजी के कलाकारों द्वारा रामायण के विभिन्न प्रसंगों को बहुत ही मार्मिक तरीकों से प्रस्तुत किया गया।
इसके अतिरिक्त अन्तर्राष्ट्रीय रामायण महोत्सव में रामायण से सम्बन्धित प्रदर्शनियां भी आयोजित की गयीं, जिसमें राम संस्कृति की विश्व यात्रा की प्रदर्शनी, रामलीलाओं के मुकुट मुखौटे, वेशभूषा अस्त्र-शस्त्र की प्रदर्शनी, दिव्यांग बच्चों द्वारा रामकथाओं पर आधारित चित्रकला प्रदर्शनी, विदेशी रचनाकारों के पोट्रेट की प्रदर्शनी तथा उर्दू फारसी ग्रन्थों में रामकथा का चित्रण विषयक प्रदर्शनियों का आयोजन किया गया। अन्तर्राष्ट्रीय रामायण महोत्सव का आयोजन संस्कृति एवं पर्यटन विभाग के सहयोग से भारतीय सांस्कृतिक सम्बन्ध परिषद्, नई दिल्ली द्वारा 20 से 22 सितम्बर तक किया गया। लखनऊ में यह पहला अवसर था, जब 07 विदेशी टीमों-थाईलैण्ड, श्रीलंका, बांग्लादेश, मॉरिशस, कम्बोडिया, फिजी और त्रिनिदाद एवं टोबैगो देशों की रामलीला प्रस्तुतियां आयोजित हुईं।