नई दिल्ली। T20 World Cup के लिए टीम इंडिया का ऐलान कर दिया गया है।टीम के बारे में पहले से ही तरह तरह की संभावनाएं जताई जा रही थीं। टीम इंडिया का सेलेक्शन सात सितंबर को ही होना था, लेकिन बताया जाता है कि आमराय न बन पाने के कारण इसे एक दिन और टाल दिया गया।पहले बताया गया कि 08 तारीख को दो बजे के बाद कभी भी टीम इंडिया का ऐलान कर दिया जाएगा।लेकिन ये समय धीरे धीरे बढ़ता रहा और देर रात दस बजे के बाद टीम इंडिया का ऐलान किया गया।दरअसल ये विश्व कप की टीम का सेलेक्शन था, इसलिए सेलेक्टर्स भी कोई रिस्क मोल नहीं लेना चाहते थे। वहीं पिछले दो साल में भारतीय युवा खिलाड़ियों ने IPL में शानदार प्रदर्शन करके दिखाया है। ऐसे में सभी के नामों पर विचार किया जाना जरूरी था, इसलिए भी नामों के फाइनल ऐलान में कुछ देरी हुई।
टीम इंडिया में एक ऐसा नाम भी शामिल किया गया, जिसके बारे में किसी ने भी शायद नहीं सोचा था।ये हैं स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने टीम इंडिया के लिए पिछले करीब चार साल से एक भी टी20 मैच नहीं खेला है, हालांकि वे आईपीएल जरूर खेल रहे हैं।लेकिन इसके बाद भी सेलेक्टर्स ने कई दावेदारों के बीच अश्विन को तरजीह दी और उन्हें टीम इंडिया के लिए खेलने का मौका दिया।रविचंद्रन अश्विन ने टीम इंडिया के लिए आखिरी टी20 मैच नौ जुलाई 2017 को खेला था। तब टीम इंडिया का मुकाबला वेस्टइंडीज के साथ हुआ था।उसके बाद से उन्हें टीम इंडिया से बाहर कर दिया गया और वे भुला से दिए गए।यहां तक कि पंजाब किंग्स ने उन्हें IPL की कप्तानी से हटाकर दिल्ली को दे दिया।अब अश्विन दिल्ली कैपिटल्स के लिए लगातार खेल रहे हैं। IPL 2020 में उनकी टीम दिल्ली कैपिटल्स पहली बार IPL के फाइनल तक भी पहुंची, हालांकि खिताब नहीं जीत पाई।वहीं इस बार भी उनकी टीम अभी तक अच्छा प्रदर्शन कर रही है।इस बार टीम की कमान श्रेयस की जगह रिषभ पंत के हाथों में हैं।
लेकिन इसके साथ ही ये भी जानना जरूरी है कि अचानक से सेलेक्टर्स को रविचंद्रन अश्विन की याद आ क्यों गई।दरअसल इसका पहला कारण तो ये है कि टी20 विश्व कप UAE में होने जा रहा है। IPL 2020 का पूरा सीजन यूएई में ही खेला गया था और हमने देखा था कि बाद के मैचों में किस तरह से स्पिनर्स ने अपना जलवा दिखाया। इस बार यूएई में पहले आईपीएल होगा और उसके बाद इन्हीं तीन स्टेडियम पर विश्व कप के मैच खेले जाने हैं। ऐसे में रविचंद्रन अश्विन टीम इंडिया के लिए ट्रंप कार्ड साबित हो सकते हैं। जहां तक विश्व कप में अश्विन के प्रदर्शन की बात करें तो उन्होंने 15 मैचों में 20 विकेट अपने नाम किए हैं। इसमें उनका औसत 16.70 का रहा है, वहीं स्ट्राइक रेट 16.2 का रहा है। इन आंकड़ों से साफ है कि रवि अश्विन में अभी भी वो कूबत है कि वे अपने दम पर मैच जिता सकते हैं। शायद यही कारण है कि सेलेक्टर्स ने युजवेंद्र चहल की जगह अश्विन का नाम टीम इंडिया के लिए शामिल किया और वे मैच जिताऊ खिलाड़ी साबित हो सकते हैं।