टोक्यो। टोक्यो पैरालिंपिक्स में भारत के लिए आज के दिन की शुरुआत शानदार रही है। पैरालिंपिक्स भारत के गोल्ड मेडल का खाता आज खुल चुका है। ये खाता खोला है भारत की महिला निशानेबाज अवनि लेखरा ने जिन्होंने 10 मीटर एयर स्टैंडिंग में पैरालिंपिक्स रिकॉर्ड बनाते हुए देश के लिए सुनहरी जीत दर्ज की। अवनि लेखारा ने फाइनल में 249.6 पॉइंट हासिल किए, जो कि पैरालिंपिक्स खेलों के इतिहास का नया रिकॉर्ड है। अवनि को फाइनल में चीन की निशानेबाज ने कड़ी टक्कर दी, लेकिन फिर उन्होंने अपने अचूक निशाने से उन्हें हरा दिया। चीन की महिला शूटर झांग 248.9 अंक के साथ दूसरे नंबर पर रहीं और उन्होंने सिल्वर मेडल जीता।
वहीं दूसरी तरफ टोक्यो पैरालंपिक में देवेंद्र झाझरिया और सुंदर सिंह गर्जुर ने जैवलिन थ्रो (F46 वर्ग) में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए भारत के खाते में दो और मेडल डाल दिए हैं। देवेंद्र झाझरिया ने रजत तो सुंदर सिंह ने कांस्य पदक जीता है। इसी के साथ भारत ने टोक्यो पैरालंपिक में कुल 7 मेडल जीत लिए हैं। वहीं इससे पहले रविवार को भारत ने एक ही दिन में तीन मेडल अपनी झोली में डाले थे। आज के दिन ही भारत ने 4 मैडल अपने नाम कर लिए हैं। अवनि लेखारा ने 10 मीटर एयर पिस्टल में देश को पहला गोल्ड मेडल दिला दिया है। योगेश ने डिस्कस थ्रो में सिल्वर मेडल अपने नाम कर लिया है। जैवलिन थ्रो में देवेंद्र झाझरिया ने सिल्वर और सुंदर सिंह गुर्जर ने ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा कर लिया है।
अवनि लेखरा जब 11 साल की थीं तभी वो एक रोड एक्सीडेंट का शिकार हो गई थी। इस एक्सीडेंट में उन्हें स्पाइनल कोर्ड इंजरी हो गई, जिसके चलते वो पैरालाइज हो गईं. राजस्थान के जयपुर से ताल्कुक रखने वाले अवनि की वर्ल्ड रैंकिंग महिलाओं के 10 मीटर एयर स्टैंडिंग निशानेबाजी के SH1 इवेंट में 5वीं है। पारा स्पोर्ट्स में उतरने के लिए अवनि का हौसला उनके पिता ने बढ़ाया था। उन्होंने शूटिंग और आर्चरी दोनों में अपने हाथ आजमाए. लेकिन अंत में शूटिंग को अपना करियर बनाया। अवनि के बीजिंग ओलिंपिक्स के गोल्ड मेडलिस्ट निशानेबाज अभिनव बिंद्रा को अपना आदर्श मानती हैं।