नई दिल्ली। भारत की मेजबानी में इस साल के आखिर में टी-20 वर्ल्ड कप होना है। इसको लेकर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड चेयरमैन एहसान मनी ने ICC से कहा कि भारत की तरफ से उन्हें वीजा की गारंटी चाहिए, वरना टूर्नामेंट को UAE में शिफ्ट कर दिया जाए। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के एक अधिकारी ने मनी के इस बयान को बचकाना बताया है।
न्यूज एजेंसी से बात करते हुए BCCI अधिकारी ने कहा कि मनी का बयान चौंकाने वाला है। वे सारी पॉलिसी जानते हुए भी मामले का राजनीतिकरण कर रहे हैं। केंद्र सरकार पहले ही पॉलिसी बना चुका है कि किसी भी खेल टूर्नामेंट के लिए भारत आने वाले सभी खिलाड़ियों और स्टाफ को तुरंत वीजा दिया जाएगा।
अधिकारी ने कहा, ‘एहसान मनी का बयान चौंकाने वाला है, क्योंकि वे पीठ पीछे कई बार ICC में सौरव गांगुली (BCCI अध्यक्ष) के साथ दोनों देशों के बीच अच्छे रिश्ते की बात कह चुके हैं। कोरोना महामारी के दौरान सौरव और ICC के पूर्व चेयरमैन शशांक मनोहर ने उनकी काफी मदद की है। उनका यह बयान काफी बचकाना है।’
BCCI अधिकारी ने कहा, ‘लगता है कि वे टूर्नामेंट नहीं खेलना चाहते, शायद इसलिए ही इस तरह की बातें कर रहे हैं। यदि वे इसे राजनीतिक मुद्दा बनाना चाहते हैं, तो यह उनकी मर्जी है। वे अच्छी तरह से जानते हैं कि वीजा को लेकर गारंटी देना किसी क्रिकेट बोर्ड के अधिकार में नहीं है। यह उस देश की सरकार ही तय करती है। इस मामले में अगला कदम क्या होगा? क्या इस मामले में ICC संयुक्त राष्ट्र संघ की तरह भूमिका निभाएगी? या फिर अपने घर में पल रहे आतंकियों पर लगाने के बाद ही पाकिस्तान टूर्नामेंट खेल पाएगा? यह सब बोर्ड नहीं जानता।’
उन्होंने कहा, ‘हालांकि, भारत सरकार ने खिलाड़ियों को वीजा देने को लेकर अपना रुख पहले ही साफ कर दिया है। सभी खिलाड़ियों को भी इस बारे में जानकारी है। मेरा मानना है कि मनी को दोनों देशों के बीच रिश्ते और अच्छे बनाने की कोशिश करना चाहिए, न कि दोनों देशों के बीच बनी खाई को और गहरा करना चाहिए।’