मैनचेस्टर। ग्लेन मैक्सवेल (108) और विकेटकीपर बल्लेबाज एलेक्स कैरी (106) रन की विस्फोटक शतकीय पारी और दोनों बल्लेबाजों के बीच छठे विकेट के लिए हुई 212 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी के बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को बुधवार को तीसरे वनडे मुकाबले में तीन विकेट से हराकर सीरीज 2-1 से अपने नाम कर ली।
इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी चुनी और सलामी बल्लेबाज जॉनी बेयरस्टो (112) के शानदार शतक और सैम बिलिंग्स (57) तथा क्रिस वोक्स (नाबाद 53) के अर्धशतकों से निर्णायक मुकाबले में 50 ओवर में सात विकेट पर 302 रन का मजबूत स्कोर खड़ा किया।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलिया ने मैक्सवेल के 90 गेंदों में चार चौकों और सात छक्कों की मदद से 108 रन और कैरी के 114 गेंदों में सात चौकों और दो छक्के के सहारे 106 रन की विस्फोटक शतकीय पारी के दम पर 49.4 ओवर में सात विकेट पर 305 रन बनाकर तीन विकेट से मैच तथा सीरीज अपने नाम कर ली। मैक्सवेल को उनकी विस्फोटक पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच और प्लेयर ऑफ द सीरीज चुना गया।
इस जीत के साथ ही ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड के हाथों तीन मैचों की टी-20 सीरीज में मिली 1-2 की हार का बदला भी ले लिया। वनडे सीरीज का पहला मुकाबला ऑस्ट्रेलिया ने 19 रन से जीता था जबकि दूसरे मुकाबले में इंग्लैंड ने 24 रन से जीत हासिल कर बराबरी की थी। तीसरे और निर्णायक मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने जीत दर्ज कर सीरीज अपने नाम कर ली।
इससे पहले इंग्लैंड की शुरुआत बेहद खराब रही और तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क ने मैच की पहली दो गेंदों पर जैसन रॉय और जो रुट को पवेलिएन भेज दिया। इंग्लैंड के दो विकेट स्कोर बोर्ड पर बिना किसी रन के गिर गए। शुरुआती झटके के बाद बेयरस्टो ने अकेले अपने दम पर स्थिति को संभाला। बेयरस्टो ने कप्तान इयोन मोर्गन (23) के साथ पांचवें विकेट के लिए 67 रन, जोस बटलर (8) के साथ चौथे विकेट के लिए 29 रन और बिंिलग्स (57) के साथ पांचवें विकेट के लिए 114 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी की।
तेज गेंदबाज पैट कमिंस ने बेयरस्टो को 40.1 ओवर में बोल्ड किया। बेयरस्टो ने 126 गेंदों पर 12 चौकों और दो छक्कों की मदद से 112 रनों की शतकीय पारी खेली। बेयरस्टो के करियर का यह सातवां शतक था। बेयरस्टो के अलावा बिंिलग्स ने 58 गेंदों पर 57 रन में चार चौके और दो छक्के लगाए जबकि वोक्स ने 39 गेंदों पर छह चौकों की मदद से नाबाद 53 रन की पारी खेली।
वोक्स ने टॉम करेन (19) के साथ सातवें विकेट के लिए 46 रन और आदिल राशिद (नाबाद 11) के साथ आठवें विकेट की अविजित साझेदारी में 36 रन जोड़े। मोर्गन ने 28 गेंदों पर चार चौके, करेन ने 29 गेंदों में एक छक्का तथा राशिद ने 16 गेंदों में एक छक्का लगाया। वोक्स ने नाबाद अर्धशतक पारी की बदौलत टीम के स्कोर को 300 के पार पहुंचाया। ऑस्ट्रेलिया की ओर से स्टॉर्क ने 10 ओवर में 74 रन देकर तीन विकेट झटके जबकि जम्पा ने भी 10 ओवर में 51 रन देकर तीन विकेट लिए। कमिंस ने 53 रन पर एक विकेट लिया।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत भी कुछ खास नहीं रही और उसके पांच विकेट मात्र 73 रन पर गिर गए। इसके बाद मैक्सवेल और कैरी ने सधी हुई पारी खेलकर टीम को संभालने की कोशिश की। दोनों ने संयम रखते हुए अपनी पारी आगे बढ़ायी। दोनों बल्लेबाजों ने इसके बाद धुंआधार बल्लेबाजी करते हुए अपने-अपने शतक पूरे किए और इंग्लैंड के गेंदबाजों के पसीने छुड़ा दिए। मैक्सवेल और कैरी के अलावा ऑस्ट्रेलिया का अन्य कोई भी बल्लेबाज बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहा।
मैक्सवेल और कैरी की शतकीय पारी से ऑस्ट्रेलिया ने मैच में अपनी पकड़ मजबूत कर ली लेकिन टीम के 285 रन के स्कोर पर राशिद ने मैक्सवेल को आउट कर दिया। मैक्सवेल के आउट होने के बाद कैरी भी ज्यादा देर नहीं टिक सके और जोफ्रा आर्चर की गेंद पर पलेवियन लौट गए। दोनों सेट बल्लेबाजों के अंतिम क्षणों में आउट होने से ऑस्ट्रेलिया पर संकट के बादल छा गए और इंग्लैंड ने मैच में वापसी कर ली।
ऑस्ट्रेलिया को अंतिम ओवर में जीत के लिए 10 रनों की जरुरत थी। इंग्लैंड के कप्तान मोर्गन ने राशिद को गेंदबाजी करने भेजा। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से स्टार्क स्ट्राइक पर थे और उन्होंने राशिद की पहली गेंद पर छक्का जड़ मैच का रुख एक बार फिर अपनी टीम की ओर मोड़ दिया। स्टार्क ने इसके बाद 50वें ओवर की चौथी गेंद पर चौका जड़ ऑस्ट्रेलिया को जीत दिलायी।
ऑस्ट्रेलिया की पारी में डेविड वार्नर ने 24, मार्नस लाबुशेन ने 20 और कप्तान आरोन फिंच ने 12 रनों का योगदान दिया। स्टार्क तीन गेंदों में एक चौका और एक छक्का लगाकर नाबाद 11 और कमिंस पांच गेंदों में चार रन बनाकर नाबाद रहे। इंग्लैंड की तरफ से क्रिस वोक्स ने 10 ओवर में 46 और जो रुट ने आठ ओवर में 46 रन देकर दो-दो विकेट लिए जबकि आर्चर को नौ ओवर में 60 रन तथा राशिद को 7.4 ओवर में 68 रन देकर एक-एक विकेट मिला।