लंदन। टेस्ट क्रिकेट में 500 विकेट पूरे करने वाले इंग्लैंड के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड ने खुलासा करते हुए कहा है कि वेस्टइंडीज के खिलाफ साउथम्पटन में पहले टेस्ट में बाहर रहने पर उन्होंने संन्यास के बारे में विचार किया था। इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच साउथम्प्टन में खेले गए पहले टेस्ट मुकाबले में ब्रॉड को अंतिम एकादश में जगह नहीं दी गयी थी जबकि जेम्स एंडरसन, जोफ्रा आर्चर और मार्क वुड को टीम में शामिल किया गया था। इस मैच को विंडीज ने चार विकेट से जीता था।
इसके बाद अगले दो टेस्ट के लिए ब्रॉड को टीम में शामिल किया गया और उन्होंने इस मौके का पूरा फायदा उठाया और 16 विकेट झटके। उन्हें तीसरे टेस्ट में मैन ऑफ द मैच और मैन ऑफ द सीरीज का पुरस्कार दिया गया। ब्रॉड ने तीसरे टेस्ट में 10 विकेट लेने के साथ टेस्ट क्रिकेट में 500 विकेट पूरे करने की उपलब्धि भी हासिल कर ली। ब्रॉड के इस प्रदर्शन से इंग्लैंड ने सीरीज 2-1 से जीत ली। ब्रॉड ने कहा, ‘‘पहले टेस्ट में बाहर रखने के बाद मेरे दिमाग में संन्यास लेने का ख्याल आया था क्योंकि मैं काफी निराश हो गया था।
मैं कभी इतना निराश नहीं हुआ था। इससे पहले कभी मुझे टीम से बाहर रखा गया तो मुझे इतना खराब नहीं लगता था, मुझे लगता था सही फैसला है और मैंने कभी बहस नहीं की।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस बार जब मुझे बेन स्टोक्स ने बताया कि मैं अंतिम एकादश में शामिल नहीं हूं, मुझे लगा मेरा शरीर हिल गया है। मैं काफी कम बोलता हूं।
मुझे खेलने की उम्मीद थी जो खेल में सबसे खतरनाक चीज है लेकिन मुझे लगा मैं खेलने का हकदार था।’’ 500 टेस्ट विकेट लेने वाले दुनिया के सातवें गेंदबाज बने ब्रॉड ने कहा कि 10 साल पहले की तुलना में अब ज्यादा अच्छे खिलाड़ी बन गए हैं और अब उनकी नजर 600 विकेट लेने पर टिकी हुई है। उन्होंने कहा कि जेम्स एंडरसन ने जब 500 विकेट पूरे किये थे तो वह 35 साल एक महीने के थे जबकि वह इस उपलब्धि के समय 34 वर्ष एक महीने के हैं। जिमी अब 600 विकेट के करीब हैं इसलिए आंकड़ों के आधार पर वह भी ऐसा कर सकते हैं।