नई दिल्ली। भारत के लीजेंड बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने नस्लभेद के खिलाफ आवाज बुलंद करते हुए महान नेता दक्षिण अफ्रीका के नेल्सन मंडेला का प्रसिद्ध उद्धरण साझा करते हुए कहा है कि खेलों में दुनिया बदलने की क्षमता है। अमेरिका में अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस हिरासत में मौत के बाद विभिन्न खेल जगत की हस्तियों ने नस्लभेद के खिलाफ आवाज बुलंद की है। इसी कड़ी में सचिन ने इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर का वीडियो पोस्ट करते हुए नस्लभेद के खिलाफ आवाज उठाई।
सचिन ने ट्विटर पर मंडेला का उद्धरण शेयर करते हुए लिखा, ‘‘खेलों में दुनिया बदलने की ताकत है। यह दुनिया को एक सूत्र में बांधे रख सकता है।’’ आर्चर कई बार स्टेडियम में और सोशल मीडिया पर नस्लभेदी टिप्पणियों का शिकार हुए हैं। बारबाडोस में जन्मे आर्चर इंग्लैंड के लिए खेलते हैं और वह आधुनिक समय के सफल तेज गेंदबाजों में से एक हैं। इससे पहले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने भी आर्चर का वीडियो शेयर करते हुए नस्लभेद के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराया था।
90 सेकेंड के वीडियो में आर्चर पिछले साल हुए आईसीसी विश्वकप के फाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ सुपर ओवर में गेंदबाजी करते नजर आ रहे हैं। उल्लेखनीय है कि इंग्लैंड ने सुपर ओवर में भी मुकाबला टाई रहने के बाद बाउंड्री काउंट के आधार पर विश्वकप का खिताब जीता था। आईसीसी ने ट्विटर पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा था, ‘‘विविधता के बिना क्रिकेट कुछ भी नहीं है। विविधता के बिना आपको पूरी तस्वीर नहीं मिलेगी।’’ आईसीसी की प्रतिक्रिया वेस्टइंडीज के खिलाड़ी क्रिस गेल और डेरेन सैमी के उस बयान के बाद आयी जिसमें उन्होंने क्रिकेट की विश्व संस्था से नस्लभेद के खिलाफ आवाज उठाने की मांग की थी।