मुंबई। वर्ल्ड कप खेलने के दौरान ही यह तय हो गया था कि विराट कोहली वेस्टइंडीज के दौरे पर नहीं जाएंगे और आराम करेंगे। तो फिर ऐसा क्या हुआ कि विराट तीनों सीरीज के लिए कप्तान के तौर पर वेस्टइंडीज जा रहे हैं। वेस्टइंडीज दौरे के लिए भारतीय टीम का चयन कर लिया गया है। वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ हार के बाद से इस दौरे के टीम चयन को लेकर काफी उत्सुकता थी। आलम यह था कि हर दिन कोई नई खबर सामने आ रही थी। इन खबरों के केंद्र में कभी महेंद्र सिंह धोनी का संन्यास रहा तो कभी दौरे के लिए विराट कोहली को लेकर भी असमंजस बना रहा।
मगर अब जबकि टीम का चयन हो गया है तो एक बड़ा सवाल फिर सामने आ रहा है। दरअसल, जब इंग्लैंड में वर्ल्ड कप चल रहा था, तभी करीब 25 जून को एक खबर सामने आई थी कि टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली और तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह अगस्त में शुरू हो रहे वेस्टइंडीज दौरे पर टीम इंडिया का हिस्सा नहीं होंगे। तब बताया गया था कि दोनों को अत्याधिक क्रिकेट खेलने के कारण आराम दिया जाएगा।
मगर रविवार को जिस टीम का चयन विंडीज दौरे के लिए किया गया है, उनमें तीनों सीरीज़ यानी वनडे, टी-20 और टेस्ट के लिए विराट कोहली ही भारतीय टीम के कप्तान बनाए हैं। वहीं बुमराह भी टेस्ट सीरीज खेलने के लिए विंडीज जाएंगे। ऐसे में सवाल ये है कि आखिर 25 जून के बाद से 22 जुलाई तक यानी करीब एक महीने में ऐसा क्या कुछ बदल गया जिसके बाद विराट को विंडीज दौरे के लिए बतौर कप्तान चुन लिया गया।
वर्ल्ड कप में सेमीफाइनल में भारत की हार के बाद विराट कोहली की कप्तानी को लेकर काफी सवाल उठे थे।
कुछ ने तो यहां तक कह दिया था कि सीमित ओवरों के प्रारूप में रोहित शर्मा को भारतीय टीम का कप्तान बनाया जाना चाहिए। विराट और रोहित शर्मा के बीच मनमुटाव की खबरों को भी तब काफी बल मिला था। ऐसे में कहीं विराट को इस बात का डर तो नहीं था कि अगर वे विंडीज दौरे पर नहीं जाते हैं और रोहित को उनकी जगह कप्तानी दी जाती है तो फिर कहीं बतौर कप्तान उनकी टीम में वापसी मुश्किल न हो जाए। इस तथ्य को पूरी तरह नजरअंदाज भी नहीं किया जा सकता।