शनिदेव का नाम सुनते ही लोगों के मन में एक भय जन्म ले लेता है. जिन लोगों की कुंडली में शनि की दशा होती है उन्हें बहुत तकलीफों का सामना करना पड़ता है. ऐसा कहा जाता है कि, जिन लोगों पर शनि की नजर होती है उनके बनते काम भी बिगड़ने लगते हैं और जिन पर वह मेहरबान रहते हैं उनकी किस्मत ही पलट जाती है. ज्योतिषशास्त्र में शनि को दण्डाधिकारी और कर्मफल दाता माना गया है. शनि देव हर किसी को उनके कर्मों के अनुरूप ही फल देते हैं. जो बुरे कर्म करते हैं उनका जीवन कष्टों से भरा रहता है जबकि अच्छे कर्म करने वाले लोग हमेशा खुश रहते हैं.
3 राशियों पर बरसती है कृपा
तुला : तुला राशिक्रम में सातवें नंबर पर आती है और शनिदेव की सबसे प्रिय राशि होती है. राशि के स्वामी शुक्रदेव हैं और तुला के जातक हमेशा मेहनत पर विश्वास रखते हैं. इनकी प्रवृत्ति भी काफी प्रभावशाली होती है और इनका कर्मठ स्वभाव शनिदेव को पसंद आता है. इसी कारण शनि देव की कृपा दृष्टि रहती है और भाग्य साथ देता है. तुला राशि के लोगों को शनिदेव की पूजा जरूर करनी चाहिए.
कुंभ : कुंभ राशि भी शनिदेव की प्रिय राशियों में शामिल है. इस राशि के स्वामी ही शनि देव हैं और इस कारण उनकी कृपा हमेशा बरसती है. कुंभ राशि के लोग हमेशा मदद को तत्पर रहते हैं और हर किसी की मदद करते हैं. यही कारण है शनिदेव प्रसन्न होकर इन्हें आशीर्वाद देते हैं.
मकर : मकर राशि के स्वामी भी शनि ही होती हैं. इसी कारण मकर के जातक खुशहाल जीवन जीते हैं. मकर राशि के लोग बहुत ही भाग्यशाली होते हैं और इन्हें हर सुख की प्राप्ति होती है. शनि देव के शुभ रहने से इनके सारे काम बिना विघ्न पूर्ण हो जाते हैं. पर फिर भी जातकों को शनिदेव की पूजा-पाठ करनी चाहिए.