नास्त्रेदमस और बाबा वेन्गा समेत कई विद्वानों ने पृथ्वी के सर्वनाश की भविष्यवाणी कर चुके हैं। बाइबल के बुक ऑफ रिवेलेशन में भी धरती के सर्वनाश का जिक्र किया गया है। वहीं चंद्र ग्रहण को भी हिंदू धर्म की मान्यताओं में अनेक तरह की प्राकृतिक आपदाओं से जोड़कर देखा जाता रहा है। शुक्रवार रात साल का पहला चंद्र ग्रहण लगा था और इसी बीच नासा ने भी एक बड़े धूमकेतुओं के पृथ्वी के करीब से गुजरने की चेतावनी दी है। अमेरिका की स्पेस एजेंसी नासा ने अपने एस्टेरॉयड ट्रैकिंग सिस्टम के जरिए पृथ्वी के करीब से गुजरने वाले एक बहुत बड़ा धूमकेतु 2020 एबी2 का पता लगाया है। नासा के अनुसार 2020 एबी2 नाम का यह धूमकेतु रविवार को 15 जनवरी को पृथ्वी के करीब से होकर गुजरेगा। चंद्र ग्रहण का असर अगले 15 दिनों तक रहता है, इसलिए यह घटना प्रासंगिक घटना है।
नासा ने इस धूमकेतुओं के आकार और इसकी रफ्तार के बारे में भी विस्तार से पता करके जानकारी दी है। नासा के मुताबिक यह धूमकेतु 28,440 प्रतिघंटे की रफ्तार से पृथ्वी की तरफ बढ़ रहा है। इस बड़े धूमकेतु की गति इतनी ज्यादा है कि यह लंदन से न्यूयॉर्क शहर की दूरी सिर्फ छह मिनट में पूरी कर सकता है। इंसान द्वारा निर्मित एसआर-71 ब्लैकबर्ड अब तक का सबसे तेज विमान माना जाता है। यह विमान लंदन से न्यूयॉर्क की दूरी एक घंटे में भी पूरी नहीं कर सकता है। मतलब इस धूमकेतु की रफ्तार इतनी ज्यादा है कि इसकी एक चोट पृथ्वी के बड़े हिस्से को तबाह करने के लिए काफी है। इस रफ्तार से टकराने वाला धूमकेतु 185 फीट ऊंची सुनामी ला सकता है। धूमकेतु की दिशा और रफ्तार यही रहने पर यह पृथ्वी से 1,645,576 किलोमीटर की दूरी से गुजरेगा। आपको बता दें कि चंद्रग्रहण से ठीक पहले पृथ्वी के बेहद करीब से चार बहुत बड़े धूमकेतु होकर गुजरे हैं। ये धूमकेतु आकार में 2020 एबी2 से भी बड़े हैं। पृथ्वी के करीब से गुजरने वाले इन धूमकेतुओं का नाम Asteroid 2019 वाईवी, Asteroid 2020 एएल2, Asteroid 2019 वाईएफ4, Asteroid 2019 यूओ है।