पुणे । महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रवक्ता गोपालदादा तिवारी ने बुधवार को कहा कि उच्चतम न्यायालय को शिवसेना सांसद संजय राउत द्वारा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों पर लगाए गए आरोपों के बारे में स्वत: संज्ञान लेना चाहिए। तिवारी ने एक विज्ञप्ति में कहा कि शीर्ष अदालत को राउत के ईडी अधिकारियों के खिलाफ 'भ्रष्टाचार' और 'जबरन वसूली' के आरोपों का संज्ञान लेना चाहिए। तिवारी ने भाजपा पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि यह कई बार स्पष्ट किया गया है कि केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा के नेता 'विभिन्न राज्यों की स्थापित सरकारों' को उखाड़ फेंक रहे हैं। उन्होंने कहा कि ईडी जैसे संगठन को देश में मनी लॉन्ड्रिंग, कर चोरी, काले धन और राष्ट्र विरोधी गतिविधियों को रोकने के उद्देश्य से बनाया गया था, लेकिन यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि ईडी वास्तविक कार्य और प्रदर्शन के अपने मूल कर्तव्यों से विफल रहा है लेकिन केंद्र सरकार की ओर से विपक्षी नेताओं से बदला लिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि राजनीतिक विरोधियों का सफाया करने और उन्हें खत्म करने के लिए तानाशाही और मनमानी तरीके से साधनों का इस्तेमाल किया जा रहा है और पूरे देश में 'संवैधानिक संघ राज्यों और उनकी संप्रभुता तथा लोकतंत्र' को खतरे में डालने की आशंका से इन्कार नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि हमने उच्चतम न्यायालय से विनम्र अपील की है कि शिवसेना नेता राउत के ईडी अधिकारियों के खिलाफ आरोपों पर स्वत: संज्ञान लें।