मुकुल रॉय की तृणमूल कांग्रेस में वापसी हो चुकी है। टीएमसी सुप्रीमो और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पुराने सहयोगी का स्वागत करते हुए उन्हें अच्छा लड़का बताया और कहा कि उन्होंने टीएमसी के साथ गद्दारी नहीं की। राजीव बनर्जी सहित टीएमसी के और बागियों के बीजेसी से वापसी के सवाल को ममता बनर्जी ने फिलहाल टाल दिया और कहा कि आने वाले समय में इस बारे में कुछ कह पाएंगी। उधर, मुकुल रॉय ने कहा कि बंगाल में जो स्थिति है, उसमें कोई बीजेपी में रहेगा नहीं। उन्होंने यह भी कहा कि दीदी के साथ कोई मतभेद नहीं था और वह देश की नेता हैं।
भाजपा में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का पद संभालने वाले रॉय ने कहा कि वह "सभी परिचित चेहरों को फिर से देखकर खुश हैं।' कभी तृणमूल में दूसरे सबसे प्रमुख नेता रहे रॉय को फरवरी, 2015 में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव के पद से हटा दिया गया था। वह नवंबर, 2017 में भाजपा में शामिल हुए थे। बनर्जी के भतीजे और तृणमूल सांसद अभिषेक के हाल ही में शहर के एक अस्पताल में रॉय की पत्नी से मिलने के बाद उनकी संभावित घर वापसी को लेकर अटकलें तेज हो गई थीं।
ममता ने कहा, 'आप लोगों ने देखा कि लैंडस्लाइड विक्ट्री हासिल की। मुकुल अच्छा लड़का है, उसे डरा, धमका कर और एजेंसियों से डराकर बीजेपी ले गई थी, लेकिन उसे यहां वापस आकर मानसिक शांति मिलेगी। बीजेपी में बहुत अधिक शोषण है।' ममता ने मुकुल रॉय को क्लीनचिट देते हुए कहा, 'हमारा दल शक्तिशाली है, जिन लोगों ने हमारी पार्टी के साथ गद्दारी की, लेकिन मुकुल ने चुनाव के दौरान भी हमारे साथ गद्दारी नहीं की। जिन लोगों ने हमारी पार्टी के साथ गद्दारी की, उन्हें वापस नहीं लेंगे।'
मुकुल रॉय के पहले बीजेपी से टीएमसी में जाने और फिर वापसी को लेकर जब पत्रकारों ने विचारधारा पर सवाल उठाए तो ममता बनर्जी ने कहा, 'विचारधारा की बात ना करें, मुकुल रॉय ने पार्टी में वापसी की है, हम उनका स्वागत करते हैं। हम सबको संतुष्ट नहीं कर सकते हैं। हम बीजेपी की मीडिया को संतुष्ट नहीं कर सकते हैं। यह उनकी इच्छा है। बीजेपी आम लोगों की पार्टी नहीं है। यह गुडों और एजेंसियों की पार्टी है।'