श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के 270 किलोमीटर लम्बे श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर गुरुवार को विभिन्न स्थानों में आवश्यक वस्तुओं और तेल टैंकरों सहित 5000 हजार से अधिक वाहन फंसे हुए हैं जो रविवार शाम रामबन में एक पुल ढहने के बाद यातायात बंद होने से सड़कों पर खड़े हुए हैं। केला मोड़ को छोड़कर रोड यातायात के लिए खुला हुआ है। यहां राजमार्ग पर मुख्य पुल क्षतिग्रस्त हो गया है। यात्री अब क्षतिग्रस्त पुल के पास नाला पार कर दूसरी तरफ वाहनों से अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए खड़े हैं। ऐतिहासिक 86 किलोमीटर लम्बे मुगल रोड और अनंतनाग-किश्तवाड रोड दिसम्बर, 2020 के अंतिम सप्ताह से सड़कों में बर्फ जमने और फिसलन बढ़ने के कारण बंद पड़े हैं।
केन्द्रशासित प्रदेश लद्दाख को कश्मीर से जोड़ने वाली एकमात्र सड़क सर्दियों के महीनों में बंद कर दी गयी है। यातायात पुलिस ने आज सुबह यूनीवार्ता को बताया कि श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग कश्मीर घाटी को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाला एक मात्र ऑल वेदर रोड है, जो रविवार शाम को रामबन में केला मोड पर पुल के क्षतिग्रस्त होने के कारण आज लगातार चौथे दिन भी बंद पड़ा हुआ है। यह राजमार्ग आने वाले कुछ दिनों तक बंद रहेगा। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने राज्य प्रशासन को इसके बारे में इतला कर दिया है कि कंक्रीट भरने और मरम्मत करने तथा इसे वाहनों की आवाजाही के लिए कम से कम एक सप्ताह का समय लग सकता है।
एनएचएआई ने हालांकि कहा कि इस अवधि के लिए सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) एक बेली पुल बना रहा है। बीआरओ ने बेली पुल के लिए सभी आवश्यक उपकरण का इंतजाम कर लिया है। इस बीच एनएचएआई ने स्थाई पुल के निर्माण के लिए कार्य करना शुरू कर दिया है। यातायात अधिकारी ने कहा कि केला मोड पर पुल के क्षतिग्रस्त होने के कारण सड़क के दोनों और जम्मू-कश्मीर के वाहन फंसे हुए हैं और यातायात को अन्य मार्ग से भेजने को काई विकल्प नहीं है।
उन्होंने कहा कि हालांकि जम्मू-डोडा-किश्तवाड, जम्मू-रामबन, मगरकोटे-बेनिहाल और बेनिहाल-काजीगुड राजमार्ग के बीच वाहन चल रहे हैं। जवाहर सुरंग के उस ओर कई हजार खाली ट्रक, तेल और गैस टैंकर फंसे हुए हैं। दक्षिण कश्मीर में अनंतनाग को जम्मू में किश्तवाड को जोड़ने वाली सड़क हिमपात के कारण बंद पड़ी है। श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग भी एक जनवरी, 2021 से सर्दी के महीनों के लिए बंद करने की घोषणा की गयी है।