शिमला। हिमाचल प्रदेश के कृषि मंत्री डॉ रामलाल मारकंडा ने कहा है कि राज्य में टिड्डियों के संभावित हमले को लेकर सरकार ने अलर्ट जारी किया है। उन्होंने शुक्रवार को यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कल अधिकारियों के साथ बैठक के बाद सभी जिलाधीशों को सूचित कर दिया है। पड़ोसी राज्यों से इन टिड्डियों द्वारा फसलों को नष्ट करने की सूचना प्राप्त हुई है जिससे प्रदेश में भी इनके आक्रमण की आशंका को देखते हुए अलर्ट जारी किया है।
उन्होंने कहा कि विशेषकर कांगड़ा, ऊना, बिलासपुर और सोलन जिले में हमला हो सकता है। टिड्डियों की गतिविधियों पर निरंतर नजर रखने और किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए फील्ड अधिकारियों को तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने किसानों को टिड्डियों की किसी भी गतिविधि की रिपोर्ट अपने निकटतम कृषि अधिकारियों को तुरन्त देने का आग्रह किया है। कृषि मंत्री ने बताया कि यह रेगिस्तानी टिड्डे आमतौर पर हवा के साथ लगभग 16 से 19 किमी प्रति घंटे की गति से हवा के साथ उड़ते हैं और एक दिन में लगभग 5 से 130 किमी या इससे अधिक की दूरी तय कर सकते हैं।
सभी फील्ड अधिकारियों को निर्देश दिए गए है कि वे टिड्डियों के हमले के प्रति किसानों में जागरूकता लाएं और उन्हें कीटनाशकों का छिड़काव करने के लिए प्रेरित करेंगे। डॉ मारकंडा ने कहा कि इसके बचाव के लिए 30 लीटर पानी में 200 ग्राम मैथेरिजियम और बॉवरिया जैसे जैव कीटनाशक का घोल बना कर छिडकाव करना लंबे समय तक प्रभावी होगा।
उन्होंने कहा कि जैव नियंत्रण प्रयोगशाला, कांगड़ा और मंडी को इन जैव कीटनाशकों को पर्याप्त मात्रा में तैयार करने के निर्देश दिए गए है। हांलाकि वर्तमान में राज्य के किसी भी हिस्से से टिड्डियों की गतिविधियों की कोई सूचना नहीं है। उन्होंने अधिकारियों को टिड्डियों की गतिविधियों पर नजर रखने और रिपोर्ट कृषि निदेशालय को भेजने के निर्देश भी दिए।