मेलबर्न। आस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम अपने टाप के खिलाड़ियों के साथ पाकिस्तान का दौरा करने के लिए पूरी तरह से तैयारी में है। अब तक कंगारू टीम के किसी भी बड़े खिलाड़ी ने पाकिस्तान दौरे को लेकर अब तक किसी भी तरह की कोई आशंका नहीं जताई है। पाकिस्तान सुरक्षा कारणों की वजह से लगभग एक दशक से दुनिया की बड़ी टीमों के खिलाफ अपने देश में कोई भी टूर्नामेंट नहीं खेल पाया है। वहीं पाकिस्तान में आखिरी बात साल 1996 में आइसीसी टूर्नामेंट का आयोजन किया गया था जब उसने भारत और श्रीलंका के साथ मिलकर वनडे वर्ल्ड कप की सहमेजबानी की थी।
पाकिस्तान में साल 2009 में श्रीलंका क्रिकेट टीम के बस पर आतंकी हमला हुआ था उसके बाद से साल 2019 तक इस देश में टेस्ट क्रिकेट का आयोजन नहीं हो पाया था। पिछले साल भी टी20 विश्व कप से पहले न्यूजीलैंड और इंग्लैंड की टीम सुरक्षा कारणों से पाकिस्तान दौरे से हट गईं थी। न्यूजीलैंड ने तो मैच से ठीक पहले हटने का फैसला किया। आस्ट्रेलिया की टीम 24 साल के बाद पाकिस्तान का दौरा करने की राह पर है। राष्ट्रीय चयनकर्ता जार्ज बेली ने सुरक्षा योजना को काफी मजबूत करार दिया है।
क्रिकेट आस्ट्रेलिया (सीए) की वेबसाइट के अनुसार बेली ने संवाददाताओं से कहा कि मेरा मानना है कि दोनों बोर्ड अब भी दौरे को लेकर कुछ मामूली चीजों पर काम कर रहे हैं, इसलिए एक बार इन्हें औपचारिक स्वीकृति मिलने के बाद हम टीम की घोषणा करेंगे लेकिन हम काफी हद तक सही दिशा में जा रहे हैं। आस्ट्रेलिया ने पिछली बार 1998 में मार्क टेलर की अगुआई में पाकिस्तान का दौरा किया था। पाकिस्तान दौरे को लेकर सभी चीजें सकारात्मक हैं लेकिन शेफील्ड शील्ड सत्र की बहाली को लेकर अनिश्चितता बरकरार है। चयनकर्ताओं को हालांकि एशेज में इंग्लैंड पर आस्ट्रेलिया की 4-0 की जीत के बाद शील्ड टूर्नामेंट में खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर गौर करने की जरूरत नहीं पड़े।