टोक्यो। टोक्यो पैरालंपिक में भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ी भाविना पटेल(Bhavina Patel) गोल्ड मेडल जीतने से चूक गई हैं। हालांकि उन्होंने देश को सिल्वर मेडल जिताकर गौरवान्वित किया है। इसी के साथ टोक्यो पैरालंपिक में भी ओलंपिक की ही तरह भारत का खाता सिल्वर मेडल के साथ खुला हा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाविना पटेल को बधाई दी है।
भाविना पटेल पैरालंपिक खेलों के इतिहास में देश के लिए मेडल जीतने वाली दूसरी महिला खिलाड़ी बन गई हैं। दीपा मलिक ने उनसे पहले इन खेलों में मेडल जीता था। साल 2016 के रियो पैरालंपिक में उन्होंने गोला फेंक में 4।61 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ सिल्वर मेडल जीतकर इतिहास रचा था। भाविना पटेल ने सेमीफाइनल में दुनिया की तीसरे नंबर की चीनी खिलाड़ी को हरा फाइनल में प्रवेश किया था। सेमीफाइनल मुकाबला उन्होंने 7-11, 11-7, 11-4, 9-11, 11-8 से जीता था।
हालांकि वीमंस सिंगल क्लास 4 के फाइनल मुकाबले में भाविना पटेल को चीनी खिलाड़ी झाउ यिंग के हाथों 11-7, 11- 5, 11-6 से हार का सामना करना पड़ा। बता दें कि पैरा टेबल टेनिस में कुल 11 कैटेगरी होती है। इसमें 1 से 5 तक के एथलीट व्हीलचेयर पर खेलते हैं। जबकि 6 से 10 तक की कटेगरी के एथलीट खड़े होकर खेल सकते हैं। वहीं क्लास-11 के एथलीटों को मानसिक समस्या होती है। भारत की भाविना बेन पटेल ने व्हीचेयर के सहारे ही पोडियम तक का सफर तय किया है। भाविना को 12 महीने की उम्र में ही पोलियो हो गया था।
बता दें कि भारत ने टोक्यो ओलंपिक में एक गोल्ड, दो सिल्वर और 4 ब्रॉन्ज समेत कुल 7 मेडल जीतकर इतिहास रचा है। ओलंपिक के इतिहास में भारत का यह अब तक का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन था। इससे पहले साल 2012 के लंदन ओलंपिक में भारत ने कुल 6 मेडल जीते थे। भारत की तरफ से इस ओलंपिक में नीरज चोपड़ा ने भाला फेंक में देश को 13 साल बाद गोल्ड मेडल दिलाने में कामयाबी हासिल की।