नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस के कारण लगे लॉकडाउन के बीच राजधानी के प्रसिद्ध गुरु हनुमान अखाड़े में पहलवानों को विशेष सावधानी के साथ और सभी दिशा निर्देशों का पालन करते हुए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। गुरु हनुमान अखाड़े के संचालक और द्रोणाचार्य अवार्डी कोच महासिंह राव ने बताया कि अखाड़े को सेनेटाइज किया जाता है और उसके बाद ही ट्रेनिंग दी जाती है। महासिंह ने बताया कि जिस दिन से लॉकडाउन शुरू हुआ उस दिन से हर रोज अखाड़े को नियमित रुप से सेनेटाइज किया जाता है तथा उपकरणों और मैट आदि को भी सुबह-शाम प्रतिदिन सेनेटाइज के बाद ही उपयोग में लाया जाता है। अखाड़ा परिसर में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जा रहा है।
महासिंह ने बताया कि वर्तमान में इस अखाड़े के दो अर्जुन अवार्डी और ओलम्पियन पहलवान राजीव तोमर तथा सुजीत मान बच्चों को सुबह-शाम ट्रेनिंग कराते हैं। उनके साथ सुनील कुमार (सीलू) पहलवान भी सहयोग करता है। उन्होंने बताया कि कोरोना के कारण इस समय राष्ट्रीय कुश्ती प्रशिक्षण शिविर नहीं लग नहीं रहा, इसलिये दोनों अर्जुन अवार्डी पहलवान बच्चों को ट्रेनिंग दे रहे हैं।
द्रोणाचार्य अवार्डी ने बताया कि वर्तमान में अखाड़ा परिसर में कोई भी पहलवान निवास नहीं कर रहा है, केवल मात्र ट्रेनिंग के लिये ही अखाड़ा खोला जाता है। बिना मास्क के किसी भी पहलवान को प्रवेश नहीं दिया जाता है। उन्होंने बताया कि गुरू हनुमान अखाड़े में लॉकडाउन से पहले लगभग 125 पहलवान सुबह-शाम पहलवानी करते थे। गत 24 मार्च को जब देश में लॉकडाउन की घोषणा हुई तो सभी पहलवानों को उनके घर भेज दिया गया। दिल्ली सरकार का भी यही आदेश था कि कोई भी अखाड़ा, जिम, क्लब इस लॉकडाउन की अवधि में संचालित नहीं होगा। इस कारण पहलवानों को संक्रमण से बचाने के लिए उन्हें उनके घर भेज दिया गया क्योंकि यहां रहने से उनको सुबह-शाम सब्जी, फल और अन्य सामान लाने के लिये बाजार जाना पड़ता था और इससे पहलवानों पर संक्रमण का खतरा बना रहता।