नई दिल्ली। चीन में फैले कोरोना वायरस और पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय संबंधों में तनाव के चलते इन देशों के पहलवानों की 18 से 23 फरवरी तक इंदिरा गांधी स्टेडियम के केडी जाधव हाल में होने वाली एशियन कुश्ती चैंपियनशिप में भागीदारी का फैसला भारतीय कुश्ती महासंघ ने सरकार पर छोड़ दिया है। चीन बॉस्केटबॉल संघ ने देश में फैले कोरोना वायरस के कारण चीन महिला बॉस्केटबॉल संघ लीग को सोमवार को स्थगित कर दिया था। इससे पहले चाइना मास्टर्स बैडमिंटन टूर्नामेंट को भी स्थगित कर दिया गया था जिसका आयोजन चीन के हेनान में फरवरी के अंत में होना था।
चीन में फैले हुए कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए कजाकिस्तान सरकार ने अपने यहां होने वाले फेड कप एशिया ओसनिया जोन ग्रुप एक टूर्नामेंट को तीन सप्ताह के लिए स्थगित कर दिया है। यह टूर्नामेंट मूलत: चार से आठ फरवरी तक चीन के डोंगगुआन में आयोजित होना था लेकिन कोरोना वायरस के चलते अंतरराष्ट्रीय टेनिस महासंघ (आईटीएफ) ने इसे कजाकिस्तान स्थानांतरित कर दिया था और अब कजाकिस्तान सरकार ने अपने यहां अंतरराष्ट्रीय खेल टूर्नामेंटों के आयोजन पर प्रतिबंध लगा दिया है।
एशियाई कुश्ती प्रतियोगिता के लिए बुधवार को यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने इस सन्दर्भ में पूछे जाने पर कहा कि चीन और पाकिस्तान के पहलवानों के भाग लेने को लेकर उन्हें किसी परकार की परेशानी नहीं है, लेकिन इसके लिए दोनों देशों के दलों को भारत सरकार की हरी झंडी मिलने की जरूरत है।