रायपुर। छत्तीसगढ़ के बेमेतारा के एलोंस पब्लिक स्कूल में गुरुवार से 53वीं सीनियर राष्ट्रीय पुरुष एवं महिला खो-खो चैंपियनशिप का आगाज होगा। इस टूर्नामेंट में 33 पुरुष और 31 महिला टीमें हिस्सा लेंगी। दक्षिण एशियाई खेलों में भारतीय टीमों ने शानदार सफलता हासिल करते हुए दोहरा स्वर्ण पदक जीता था और अब भारतीय खो-खो टीम एक बार फिर हाई लेबल एक्शन के लिए तैयार है। भारतीय खो-खो महासंघ (केकेएफआई) के तत्वावधान में छत्तीसगढ़ एमेच्योर खो-खो संघ द्वारा आयोजित किए जाने वाले इस हाई प्रोफाइल इवेंट में देश भर से 33 पुरुष टीमें और 31 महिला टीमें अपने-अपने वर्ग में खिताब के लिए प्रतिस्पर्धा करती दिखेंगी।
इस साल की राष्ट्रीय चैम्पियनशिप खास है क्योंकि इसमें प्रदर्शन के आधार पर ही आगामी एशियाई चैम्पियनशिप के लिए सम्भावित खिलाड़यिों का चयन होना है। केकेएफआई के महासचिव एमएस त्यागी ने कहा कि एशियाई चैम्पियनशिप का आयोजन राष्ट्रीय चैम्पियनशिप के तुरंत बाद होना है और यही कारण है कि हम इस टूर्नामेंट के लिए श्रेष्ठ सम्भावितों की उम्मीद कर रहे हैं। टूर्नामेंट के तुरंत बाद राष्ट्रीय शिविर की तरीख के साथ-साथ भारतीय टीम की भी घोषणा की जायेगी। भारतीय खो-खो का पावरहाउस माने जाने वाले मौजूदा विजेता महाराष्ट्र के लिए एक बार फिर अपना वर्चस्व दिखाने का मौका है।
महाराष्ट्र की टीम महिला एवं पुरुष दोनों वर्गों में अपने खिताब का बचाव करने उतरेगी। महाराष्ट्र के लिए हालांकि इस बार का सफर इतना आसान नहीं होगा क्योंकि रेलवे, कोल्हापुर और केरल पुरुष वर्ग में मजबूत दावेदार के रूप में सामने आ रहे हैं जबकि महिला वर्ग में महाराष्ट्र को केरल, ओडिशा, दिल्ली और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण से कड़ी चुनौती मिलेगी। पिछले संस्करण के फाइनल में भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण की टीम एक अंक से महाराष्ट्र से हार गई थी लेकिन इस बार वह हर हाल में खिताब जीतना चाहेगी और इस क्रम में उसकी कप्तान नसरीन अपना पूरा दमखम झोंकना चाहेंगी।
दक्षिण एशियाई खेलों में स्वर्ण जीतने वाली भारतीय राष्ट्रीय टीम की कप्तान नसरीन ने कहा, ‘‘हम इस बार हर हाल में खिताब जीना चाहते हैं और यही कारण है कि हम कड़ी मेहनत के लिए समय से पहले यहां पहुंच चुके हैं। पिछले वर्ष हम स्वर्ण पदक से बहुत कम अंतर से चूक गए थे लेकिन इस बार हम हर हाल में सोना अपने नाम करना चाहेंगे।’’ पुरुष वर्ग में रेलवे की टीम एक बार फिर खिताब के लिए ताल ठोकती नजर आएगी। बीते संस्करÞण में रेलवे की टीम फाइनल में महाराष्ट्र के हाथों हार गई थी। रेलवे ने बीते छह साल में चार स्वर्ण पदक जीते हैं और उसके दो खिलाड़ी स्वर्ण जीतने वाली दक्षिण एशियाई खेल की विजेता टीम में शामिल रहे थे।
रेलवे के अमित पाटिल ने कहा, ‘‘बीते संस्करण में हमारी फिटनेस ने जवाब दे दिया था लेकिन इस साल हम इस दिशा में कड़ी मेहनत करके आए हैं। हमारा लक्ष्य खिताब है। इसके साथ ही हम एशियाई चैम्पियनशिप को ध्यान में रखते हुए अच्छा खेलना चाहते हैं।’’ राष्ट्रीय चैम्पियनशिप के लीग मैच 26 से 28 दिसम्बर तक खेले जाएंगे। इसके बाद नॉकआउट राउंड के मुकाबले होंगे और फिर फाइनल 30 दिसम्बर को होगा।