नई दिल्ली। मुश्किलों से जूझ रहे प्राइवेट सेक्टर के यस बैंक के मार्च तिमाही के नतीजे उम्मीद से ज्यादा कमजोर रहे हैं। शेयर बाजारों में भेजी गई सूचना के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2021 की चौथी तिमाही में बैंक का लॉस उम्मीद से कहीं ज्यादा बढ़कर 3,787.75 करोड़ रुपए रहा।
बैंक के मुताबिक लोन लॉस प्रोविजनिंग और नेट इंटरेस्ट इनकम घटने के कारण बैंक को यह लॉस हुआ है। एक साल पहले इसी तिमाही में यस बैंक का लॉस 3,668.33 करोड़ रुपए था। मार्च तिमाही में बैंक का इंटरेस्ट इनकम 22.5 फीसदी घटकर 986.7 करोड़ रुपए रहा। एक साल पहले मार्च तिमाही में यह 1,273.70 करोड़ रुपए था।
मार्च तिमाही के दौरान बैंक के डिपॉजिट में इजाफा मार्च तिमाही के दौरान बैंक के डिपॉजिट में इजाफा हुआ है। बैंक का डिपॉजिट चौथी तिमाही में 54.7 फीसदी बढ़कर 1.62 लाख करोड़ रुपए हो गया है। साल-दर-साल आधार पर बैंक का लोन 2.7 फीसदी घटकर 1.66 लाख करोड़ रुपए रहा। इस दौरान बैंक का नेट इंटरेस्ट मार्जिन साल दर साल आधार पर 0.30 फीसदी घटकर 1.6 फीसदी पर आ गया।
यस बैंक के नतीजे एनालिस्ट्स के उम्मीदों से कमजोर रहे हैं। जानकारों को उम्मीद थी कि बैंक का लॉस 1076.5 करोड़ रह सकता है लेकिन लॉस 3,787.75 करोड़ रुपए रहा। CNBC TV18 के पोल के मुताबिक, उम्मीद थी कि बैंक का नेट इंटरेस्ट इनकम 1,937.8 करोड़ रुपए रह सकता है लेकिन यह सिर्फ 986.7 करोड़ रुपए रहा।