नयी दिल्ली। अचल संपत्ति क्षेत्र की अग्रणी परामर्शदाता इन्वेस्टर्स क्लिनिक ने कोविड महामारी के दौरान करीब 750 कर्मचारियों की नियुक्ति की जिससे इस उद्योग के साथ-साथ विज्ञापन उद्योग को भी मदद मिली है। कम्पनी की 14 वर्ष के दौरान हासिल उपलब्धियों पर बुधवार को संस्थापक हनी कात्याल ने बताया कि बहुत सामान्य शुरुआत के बाद लगातार तरक्की करते हुए आज तीन देशों में कारोबार, 20 से अधिक कार्यालय और 200 करोड़ से अधिक का सालाना व्यवसाय है।
कात्याल ने कहा अचल संपत्ति क्षेत्र में पेशेवर का पहला प्रयास करने का श्रेय इन्वेस्टर्स क्लिनिक को जाता है। कम्पनी ने प्रॉपर्टी डीलरों को पहचान और मान्यता दी और उन्हें महज एक ब्रोकर फर्म से अचल संपत्ति परामर्शदाता का दर्जा दिया जो सभी सेवाएं दे। साल-दर-साल कम्पनी हर महीने औसत 1000 से अधिक संपत्तियों की बिक्री कर रही है जोे इस क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि है।
उन्होंने बीते दिनों को याद करते हुए कहा, ‘‘हम ने जब शुरुआत की तो डेवलपरों और उपभोक्ताओं के बीच सही संपर्क नहीं था। बिल्डर, ब्रोकर और ग्राहकों के आपसी विश्वास की कमी थी। कंपनी की शुरुआत इस कमी को दूर करने के मकसद से की गई। साथ ही, रियल एस्टेट ब्रोकरेज को रियल एस्टेट कारोबार का संगठित क्षेत्र बनाने का उद्देश्य था। हम ने इस कमी को दूर करने के निरंतर प्रयास किए और हमारे ग्राहकों से जुड़े। हम ने पूरे सफर में ग्राहक सेवा पर ध्यान केंद्रित किया है। मेरा मानना है कि एक संतुष्ट ग्राहक पांच अन्य ग्राहक जोड़ता है। यही हमारी सफलता का मंत्र है।
हमें मौजूदा हालात में भी इस वित्त वर्ष में 7000 करोड़ से अधिक की 20 हजार से अधिक प्रॉपर्टी की बिक्री दर्ज करने की उम्मीद है। यह ग्राहक सेवा में हमारे कार्यबल की प्रतिबद्धता और हमारे बिल्डर भागीदारों का हम पर विश्वास से ही संभव होगा।" श्री कात्याल ने बताया इन्वेस्टर्स क्लिनिक ने महामारी के दौरान करीब 750 कर्मचारियों की नियुक्ति की जिससे रियल एस्टेट उद्योग के साथ-साथ विज्ञापन उद्योग को भी मदद मिली है जिसका लंबे समय से इंतजार था। असीम उत्साह और नवीन सोच की वजह से श्री कात्याल इस उद्योग में ‘अर्जुन’ के रुप में लोकप्रिय हैं।