नई दिल्ली। भारत सरकार ने गुरूवार को रंगीन टीवी के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया। सरकार के इस फैसले को चीन को झटका और 'आत्मनिर्भर भारत' की ओर एक और कदम माना जा रहा है। व्यापार महानिदेशालय (DGFT) ने एक नोटिफिकेशन में कहा है कि कलर टेलीविजन के लिए आयात नीति को संसोधित कर मुक्त से प्रतिबंधित कर दिया गया है। हाल ही में सरकार ने लोकल मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने और गैर जरूरी आयात में कटौती करने के कई कदम उठाए गए हैं। भारत चीन और वियतनाम के अलावा हांगकांग, मलयेशिया, कोरिया, इंडोनेशिया, जर्मनी और थाईलैंड जैसे देशों से भी कलर टीवी का आयात करता है।
वाणिज्य विभाग के अनुसार, भारत में रंगीन टीवी का सबसे अधिक आयात चीन और वियतनाम से होता है। वित्त वर्ष 2019 में रंगीन टीवी का आयात 7,120 करोड़ रुपए का हुआ था। वित्त वर्ष 20 में यह 22.56 फीसदी घटकर 5,514 करोड़ रुपए रह गया। हालांकि वित्त वर्ष 2019 में रंगीन टीवी का आयात 52.86 फीसदी बढ़ा था। सरकारी की तरफ ये यह प्रतिबंध 14 इंच से शुरू होने वाले टीवी से लेक 41 इंच तक और उससे ज्यादा बड़े टीवी पर लगाया गया है। नोटिफिकेशन के अनुसार, लिक्विड क्रिस्टल डिस्प्ले टीवी सेट, जिसकी स्क्रीन 24 इंच से कम है उस पर भी प्रतिबंध लगा है।
बता दें कि वित्त वर्ष 2019-20 में भारत में कुल 781 मिलियन डॉलर कीमत के टीवी सेट्स का आयात किया गया था। इसमें सबसे ज्यादा हिस्सेदारी वियतनाम और चीन से था। चीन से भारत ने पिछले वित्त वर्ष में 428 मिलियन डॉलर की टीवी आयात किया। वहीं, वियतनाम के लिए यह आंकड़ा 293 मिलियन डॉलर का था। इस मामले पर पैनासोनिक इंडिया के सीईओ व अध्यक्ष ने कहा कि अब ग्राहकों को उच्च क्वालिटी की एसेम्बल्ड टीवी सेट्स मिलेंगे। उन्होंने कहा कि निश्चित ही डोमेस्टिक एसेम्बलिंग पर इसका साकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। कुछ प्रमुख ब्रांड्स ने पहले ही भारत में अपनी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स खोल रखे हैं। इससे हमें कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। उनके मुताबिक सरकार के इस कदम से प्रोसिजरल असर पड़ेगा।