मुंबई। सरकारी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम की आवास ऋण इकाई एलआईसी हाउंसिंग फाइनेंस कंपनी ने अपनी ब्याज दर घटाकर 6.90 प्रतिशत कर दी है जो अब तक की सबसे कम दर है।
एलआईसी हाउंसिंग फाइनेंस के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी सिद्धार्थ मोहंती ने आज बताया कि यह पहली बार है जब देश में आवास ऋण की दर सात फीसदी से नीचे आई है। पचास लाख रुपये का नया ऋण 6.90 प्रतिशत की ब्याज दर पर उपलब्ध है जबकि 50 लाख रुपये से अधिक के ऋण के लिए ब्याज दर सात प्रतिशत हो गई है। इसके लिए ग्राहक का सीबिल स्कोर 700 से ऊपर होना अनिवार्य है।
एक वेबिनार में उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के बीच भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा दो बार के ब्याज दरों में कटौती के बाद कंपनी ने अपनी खुदरा ब्याज दर कम करते हुये आम उपभोक्ताओं को उसका लाभ दिया है। उन्होंने बताया कि पुराने ग्राहकों को भी ब्याज दर में कटौती का लाभ मिल रहा है। उनके लिए भी कंपनी ने ब्याज दरों में कटौती की है। इसका लाभ लेने के लिए आवेदकों को ऋण पुनर्गठन के लिए आवेदन करना होगा।
मोहंती ने पेंशनधारकों के लिए ‘गृह वरिष्ठ’ नाम से आवास ऋण योजना की भी शुरुआत की। इस योजना के तहत ग्राहक अधिकतम 80 वर्ष की आयु तक के लिए या 30 साल की अवधि के लिए आवास ऋण ले सकते हैं। सरकारी बीमा कंपनियों, केंद्र एवं राज्य सरकारों के उपक्रमों, रेलवे, सेना, बैंक आदि से सेवानिवृत्त ग्राहक इस योजना के पात्र होंगे।
ऋण राशि बढ़ाने के लिए वे अपने रोजगार प्राप्त बच्चों के साथ मिलकर आवेदन कर सकते हैं। तैयार मकान खरीदने वालों की छह मासिक किस्त माफ हो जायेगी जबकि निर्माणाधीन परियोजना में मकान खरीदने वालों को 48 माह का मोरेटोरियम मिलेगा। मोहंती ने कहा कि 60 प्रतिशत ग्राहकों ने कोरोना काल में रिजर्व बैंक द्वारा दी गई मोरेटोरियम सुविधा का लाभ उठाया है। कंपनी के कुल देय ऋण राशि के करीब 25 प्रतिशत पर मोरेटोरियम के लिए आवेदन किया गया था, लेकिन अब बड़ी संख्या में खुदरा ग्राहकों ने कसिं्त का भुगतान शुरू कर दिया है।