नई दिल्ली। कोरोना संकट की वजह से मुश्किलों में वैश्विक अर्थव्यवस्था के दौर में दूसरे देशों के मुकाबले भारत में कंपनियां ज्यादा भर्तियां कर रही हैं। एक रिपोर्ट में यह बात सामने आई है। इनडीड की रिपोर्ट के अनुसार, जून के मध्य तक इनडीड इंडिया पर जॉब पोस्टिंग में पिछले साल के मुकाबले 51 फीसदी की गिरावट आई। जबकि ब्रिटेन में यह 60 फीसदी और यूरोप के कुछ अन्य देशों में यह 61 फीसदी रही। यानी भारत में इस अवधि में पिछले साल के मुकाबले 49 फीसदी नई नौकरियां बढ़ीं।
वहीं यूरोप में करीब 40 फीसदी का इजाफा हुआ है। इसमें कहा गया है कि कोरोना की महामारी के कारण दुनियाभर में कारोबार पर असर पड़ा। इसके चलते बड़ी संख्या में लोगों की नौकरियां गईं। कर्मचारियों को बिना वेतन छुट्टी पर भेज दिया गया। तमाम क्षेत्रों में नई भर्तियों पर रोक लगा दी गई। इसके बावजूद कई देशों के मुकाबले भारत में कंपनियां ज्यादा भर्तियां कर रही हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक मार्च के दूसरे हफ्ते तक जॉब पोस्टिंग का ट्रेंड पिछले साल के स्तर पर था। मार्च के दूसरे हिस्से से सुस्ती दिखनी शुरू हुई। रिपोर्ट के मुताबिक अप्रैल और जून के दौरान सुस्ती बढ़ गई। इसमें कहा गया है कि आंकड़ों से देखने से पता चलता है कि लॉकडाउन का असर अर्थव्यहवस्था पर कितना गहरा पड़ा है। यह रिपोर्ट फरवरी से मई तक इनडीड प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध डेटा पर आधारित है। इसी दौरान दुनियाभर में कोविड-19 महामारी ने अर्थव्यवस्था में मुश्किलें पैदा करनी शुरू की थीं। कोविड-19 का असर अलग-अलग सेक्टेरों पर अलग-अलग देखने को मिला है। इस दौर में सूचना प्रौद्योगिकी, मेडिकल और मार्केटिंग के लिए भर्तियों में इजाफा देखने को मिला है।