नई दिल्ली। कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न विषम आर्थिक परिस्थितियों के मद्देनजर अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने और संकट को एक अवसर के तौर पर भुनाने के लिए शुरू किये गये आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत अब तक कुल मिलाकर 20 लाख97 हजार 53 करोड़ रुपये के पैकेज घोषित किये गये हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 12 मई को इस अभियान की घोषणा की थी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और वित्त राज्य मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने इस संबंध में लगातार पांच दिनों में संवाददाताओं को जानकारी दी है।
श्रीमती सीतारमण ने आज इस अभियान के अंतिम चरण चरण के पैकेजों की घोषणा करते हुये कहा कि अब तक कुल 2097053 करोड़ रुपये के पैकेज घोषित किये गये हैं। उन्होंने कहा कि मार्च के अंतिम चरण में घोषित प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत 1.70 लाख करोड़ रुपये के पैकेज और रिजर्व बैंक द्वारा किये घोषित 801603 करोड़ रुपये की मौद्रिक सहायता भी आत्मनिर्भर भारत अभियान में शामिल है। गत 22 मार्च से दिये गये कर छूट से भी 7800 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है और प्रधानमंत्री ने स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए 15 हजार करोड़ रुपये की घोषणा की थी।
इस तरह इसमें गत 12 मई को प्रधानमंत्री द्वारा घोषित पैकेज में रिजर्व बैंक और 22 मार्च के बाद घोषित कुल 994403 करोड़ रुपये शामिल है। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत अभियान की पहली किश्त 594550 करोड़ रुपये, दूसरी किश्त 3.10 लाख करोड़ रुपये, तीसरी किश्त 1.50 लाख करोड़ रुपये और चौथी एवं पांचवीं किश्त मिलाकर 48100 करोड़ रुपये की राशि शामिल है। इस तरह कुल मिलाकर 1102650 करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज 12 मई के प्रधानमंत्री की घोषणा के बाद घोषित किये गये हैं। इस दौरान कई प्रशासनिक और विधियी संशोधनों को भी मंजूरी दी गयी है।