नई दिल्ली। फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (एफएडीए) ने कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलने के कारण वाहनों की बिक्री में आयी गिरावट के मद्देनजर एक बार फिर उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाते हुये बीएस4 वाहनों के पंजीयन अवधि को 31 मई तक बढ़ाये जाने की अपील की है। इस संगठन ने 1985 के एम सी मेहता बनाम भारतीय गणतंत्र एवं अन्य मामले में बदलाव करने के आवेदन के साथ एक इंटरलॉक्यूटरी आवेदन भी किया है। 24 अक्टूबर 2018 को जारी किये आदेश में यह निर्देश दिया गया था कि कोई मोटर वाहन जो भारत स्टेज चार उत्सर्जन मानकों के अनुरूप है उसे 01 अप्रैल 2020 से पूरे देश में कही भी न:न तो बेचा जायेगा और न:न ही उसका पंजीकरण किया जाएगा। एफएडीए अध्यक्ष आशीष हर्षराज काले ने मंगलवार को यहां कहा कि 14 फरवरी को उच्चतम न्यायालय द्वारा उनके संगठन के शुरुआती आवेदन को निरस्त किये जाने के बाद से परिस्थितियों में बदलाव हुए हैं चीन के वुहान से पूरे विश्व में फैल रहे कोरोना वायरस के कारण बिक्री में काफी गिरावट आयी है और बीएस छह का एक बहुत बड़ा स्टॉक बचा हुआ है।
उन्होंने कहा कि इस कारण पिछले हफ्ते बिक्री में भरी गिरावट आयी है और वायरस के प्रसार के डर से दुकानों में आने वाले ग्राहकों की संख्या में भी काफी कमी आयी है। पिछले कुछ दिनों में ऑटो डीलरों के काउंटर बिक्री में 60 से70 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी है। कई शहरों में बंदी जैसे हालत हो जाने की वजह से पिछले 3-4 दिनों में स्थिति और खराब हुई है तथा दुकानों एवं अन्य स्थानों समेत आॅटो डीलरशिप को बंद करने के आदेश दे रहे हैं।
काले ने कहा कि नियंत्रण से बाहर परिस्थितियों के कारण यदि यह बीएस चार स्टॉक नहीं बिकता तो कई आॅटो डीलरों की डीलरशिप को बंद करना पड़ सकता है। इसके मद्देनजर उच्चतम न्यायालय से आवेदन किया गया है कि बीएस चार वाहनों की बिक्री और पंजीकरण की अवधी को 31 मई 2020 तक के लिए बढ़ा दिया जाए। उन्हें उम्मीद है कि स्थिति की गंभीरता को समझते हुए न्यायालय इस पर अविलम्ब सुनवाई का मौका देगा चूँकि मार्च 31 की निर्धारित अंतिम तिथि अब ज्यादा दूर नहीं है।