सिंगापुर। कोरोना वायरस ‘कोविड-19’ के कारण यात्री विमानन क्षेत्र को 113 अरब डॉलर (आठ लाख करोड़ रुपये से अधिक) का नुकसान हो सकता है। अंतर्राष्ट्रीय हवाई परिवहन संघ (आयटा) ने गुरुवार को कहा कि यदि कोरोना वायरस का संक्रमण इसी तरह फैलता रहा तो यात्री विमानन क्षेत्र में 113 अरब डॉलर का नुकसान देखा जा सकता है। यदि 02 मार्च को जिन देशों में इसके 100 से ज्यादा पुष्ट मामले थे उन्हीं देशों तक यह सीमित रहता है तब भी इस क्षेत्र को 63 अरब डॉलर का नुकसान होगा। अभी हवाई माल परिवहन क्षेत्र को होने वाले नुकसान की गणना नहीं की गयी है। इससे पहले 20 फरवरी को आयटा ने तत्कालीन परिस्थितियों में 29.3 अरब डॉलर के नुकसान का अनुमान जताया था। तब से अब तक वायरस का संक्रमण में काफी तेजी से चीन के बाहर फैला है। इसके मद्देनजर उसने नया अनुमान जारी किया है।
आयटा ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि कोरोना वायरस के कारण वित्तीय बाजारों पर काफी प्रभाव पड़ा है। विमान सेवा कंपनियों के शेयर औसतन 25 फीसदी टूट चुके हैं। आयटा ने जनवरी के यात्री परिवहन के आँकड़े भी जारी किये हैं। इसमें यात्री किलोमीटर के आधार पर वैश्विक वृद्धि दर दिसंबर 2019 के 4.6 प्रतिशत से घटकर जनवरी 2020 में 2.4 प्रतिशत रह गयी। भारत में घरेलू मार्गों पर वृद्धि दर 2.5 प्रतिशत रही।
आयटा के महानिदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी एलेग्जेंडर डी जुनैक ने कहा कि कोविड-19 के कारण विमानन क्षेत्र पर पड़ने वाला प्रभाव अप्रत्याशित है। महज दो महीने में इस उद्योग के लिए संभावनायें बेहद खराब हो गयी हैं। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि वायरस का संक्रमण आगे क्या मोड़ लेगा। कई विमान सेवा कंपनियों ने उड़ानें कम कर दी हैं और लागत घटाने के लिए आपातकालीन उपाय अपना रही हैं। उन्होंने सरकारों से विमानन क्षेत्र को करों, शुल्कों और स्लॉटों के आवंटन में राहत देने की अपील की है।