नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में देश का वित्तीय घाटा नियंत्रण में है और प्राथमिक घाटा एक प्रतिशत से नीचे बना हुआ है जबकि कांग्रेस सरकार इसे नियंत्रित करने में असफल रही। सीतारमण ने लोकसभा में बजट 2020-21 पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए मंगलवार को कहा कि सरकार ने अर्थव्यवस्था को 2014-15 से अब तक वित्तीय घाटे में कमी लाने का प्रयास किया और सफलता हासिल की है जबकि ‘सक्षम डाक्टर’ के नेतृत्ववाली कांग्रेस सरकार इस पर नियंत्रण नहीं पा सकी।
उन्होंने आंकड़ा देते हुए कहा कि 2014-15 में वित्तीय घाटा 4.1 प्रतिशत, 2015-16 तथा 2016-17 में 3.5 प्रतिशत, 2017-18 में 3.4 प्रतिशत, 2019-20 में 3.3 प्रतिशत और अब 2020-21 में 3.5 प्रतिशत रहने की संभावना है लेकिन 2009-10 में यह 6.4 प्रतिशत , 2010-11 में 6.6 प्रतिशत, 2012-13 में 5.9 प्रतिशत तथा 2013-14 में 5.8 प्रतिशत रहा।
वित्त मंत्री ने कहा कि इसी तरह से प्राथमिक घाटे के स्तर पर भी मोदी सरकार ने कीर्तिमान हासिल किया और पांच साल में इसे एक प्रतिशत से नीचे रखने में सक्षम रही जबकि पहले यह इस तरह से नियंत्रण में नहीं था। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार वित्तीय दायित्व एवं बजट प्रबंधन अधिनियम का सम्मान करती है इसलिए उनकी सरकार को यह सफलता हासिल हुई है। बेरोजगारी को लेकर उन्होंने कहा कि सरकार ने रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए हर सुलभ कदम उठाए हैं और विभिन्न योजनाओं के तहत युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा किए है।