नई दिल्ली। इंजीनियरिंग, सूचना प्रौद्योगिकी, कृषि, छोटे उद्योग, फार्मा, शिक्षा, विमानन सेवायें तथा आटो के क्षेत्र में भारतीय निर्यात को प्रोत्साहन देने, नयी वस्तुओं के लिए बाजार तलाशने तथा नये बाजार बनाने के लिए सरकार अफ्रीकी देशों पर जोर दे रही है।
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने बुधवार को यहां बताया कि अफ्रीका के साथ व्यापार तथा आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लगातार प्रयास किये जाते हैं और इसके लिए विभिन्न मंचों का इस्तेमाल किया जाता है। संयुक्त आयोग की बैठकों (जेसीएम), संयुक्त व्यापार समितियों (जेटीसी) और संयुक्त कार्य दलों (जेडब्ल्यूजी) के जरिये अफ्रीका के साथ भारत के व्यापार की नियमित रूप से समीक्षा किया जाती है।
रत से इस क्षेत्र को हो रहे निर्यात को बढ़ावा देने के लिए अफ्रीका में भारतीय कारोबारी समुदाय की व्यापक मौजूदगी से लाभ उठाने के लिए मेडागास्कर, तंजानिया, मॉरीशस, केन्या, उगांडा, दक्षिण अफ्रीका, जाम्बिया, मोजाम्बिक, घाना, बोत्सवाना, नाइजीरिया, मोरक्को, सेनेगल, जिम्बाब्वे, कोट डी'आइवर, इथियोपिया और मिस्र में रहने वाले भारतीय कारोबारी समुदाय के साथ वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री की वार्ताओं के तीन दौर आयोजित किये गए हैं।
भारत और अफ्रीका के बीच व्यापार एवं आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए मार्च, 2019 में नई दिल्ली में भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के साथ मिलकर एक क्षेत्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया। सम्मेलन के दौरान द्विपक्षीय बैठकें भी आयोजित की गई थीं, ताकि अफ्रीकी देशों को परियोजना निर्यात से जुड़े अवसरों में भारतीय भागीदारी को बढ़ावा दिया जा सके। इस सम्मेलन में तीन अफ्रीकी देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने भाग लिया था। सम्मेलन में कई मंत्रियों के साथ अफ्रीका के लगभग 500 कारोबारी प्रतिनिधियों ने शिरकत की।