नई दिल्ली। यूपी चुनाव के दौरान 'जो राम को लाए हैं' गाने से प्रसिद्धि पाने वाले भजन गायक कन्हैया मित्तल ने अब यूटर्न लेते हुए कांग्रेस में जाने से इनकार कर दिया है। प्रशंसकों की आलोचनाओं के बाद उन्होंने के फैसला किया है। इसको लेकर मित्तल ने बकायदा सोशल मीडिया हैंडल पर वीडियो शेयर करते हुए अपने प्रशंसकों से माफी भी मांगी है और कहा है कि वह सनातनियों की सुनेंगे और सनातनियों को चुनेंगे।
दरअसल, ऐसी चर्चाएं थीं कि आगामी हरियाणा चुनाव के लिए कन्हैया मित्तल पंचकूला सीट से बीजेपी से टिकट चाह रहे थे लेकिन बीजेपी ने यहां से पुराने नेता ज्ञानचंद को फिर से मैदान में उतारा है। इसके बाद मित्तल ने कांग्रेस में शामिल होने का फैसला किया था। उन्होंने आजतक से बात करते हुए कहा था कि वह जल्द ही कांग्रेस में शामिल हो जाएंगे।
सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर करते हुए कन्हैया मित्तल ने कहा, "दो दिन से मैं ये देख रहा हूं कि आप सब परेशान हैं, उसके लिए मैं क्षमा चाहता हूं। और जो मेरे मन की बात मैंने कही थी कि मैं कांग्रेस जॉइन करने वाला हूं, उसे वापस लेता हूं क्योंकि मैं नहीं चाहता किसी सनातनी का भरोसा टूटे। आज मैं टूटूंगा तो पता नहीं कितने और टूटेंगे। हम सब मिलकर राम के थे, राम के हैं और राम के रहेंगे। पुन: आप सब क्षमाप्रार्थी हूं।"
बता दें कि अपने कांग्रेस में शामिल होने के फैसले को लेकर आजतक से बात करते हुए कन्हैया मित्तल ने कहा था कि मैंने योगी आदित्यनाथ जी के लिए गाना गाया है, बीजेपी के लिए नहीं। मैं चाहता हूं कि पूरे देश में यह संदेश जाए कि बीजेपी अकेली पार्टी नहीं है जो सनातन की बात करती है। उन्होंने बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट के कांग्रेस में शामिल होने पर खुशी जताई थी और कहा था, 'बहुत बहुत बधाई मेरे भाई और बहन को।
हरियाणा की सभी 90 सीटों के लिए एक ही चरण में मतदान होगा। पहले यहां 1 अक्टूबर को मतदान और 4 अक्टूबर को मतगणना होनी थी, लेकिन बाद में मतदान की तारीख 5 अक्टूबर जबकि काउंटिंग की डेट 8 अक्टूबर कर दी गई। हरियाणा विधानसभा का कार्यकाल 3 नवंबर 2024 को समाप्त होने वाला है।