नई दिल्ली। भारत के अग्नि-5 बैलिस्टिक मिसाइल के टेस्ट पहले ही चीन की चिंता बढ़ गई। भारत की इस मिसाइल के टेस्ट को लेकर हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान और चीन की सांसें तेज हो चली है। जहां एक तरफ चीन ने बयान जारी किया है तो वहीं संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने इस प्रस्ताव की सराहना की है। चीन ने चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजान बयान जारी कर कहा कि दक्षिण एशिया में शांति, सुरक्षा और स्थिरता बनाए रखने में सभी का साझा हित है। हमें उम्मीद है कि सभी पक्ष इस दिशा में अपना प्रयास जारी रखेंगे। भारत परमाणु हथियार ले जाने वाली बैलिस्टिक मिसाइलों को नहीं बना सकता है। जो यूएन के रचनात्मक प्रयास करेंगे। झाओ लिजान ने कहा कि भारत न्यूक्लियर हथियार ले जाने में सक्षम बैलिस्टिक मिसाइलों का विकास नहीं कर सकता है। इस बारे में संयुक्त के प्रस्ताव 1172 में साफ तौर पर लिखा है। 23 सितंबर यानी आज इसका टेस्ट कर इसे भारतीय सेना में शामिल किया जाएगा।
ये हैं Agni-V Missile की खासियतें...
1. Agni-V की मारक क्षमता 5000-8000 किमी है।
2. ये परमाणु Missile देश की पहली परमाणु इंटर कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक Missile है।
3. यह Missile बहुत शक्तिशाली है, जो एक साथ डेढ़ टन तक परमाणु हथियार ले जा सकती है। ले जाने में सक्षम है।
4. एशिया के साथ-साथ यूरोप और अफ्रीका के कुछ देशों में भी मारक रखने की क्षमता है।