नई दिल्ली। AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को भारत में तालिबान नजर आया है। ओवैसी ने कहा कि भारतीय चरमपंथियों की आलोचना प्रधानमंत्री क्यों नहीं करते हैं? सरकार तालिबान पर अपनी नीति साफ करे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ज्वाइंट SCO-CSTO में भाषण के बाद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि सरकार को भारत की विदेश नीति की कोई चिंता नहीं है। तालिबान पर कोई स्टैंड सरकार क्यों नहीं ले रही है? अगर भारत तालिबान पर कोई स्टैंड नहीं लेगा तो उसे कोई सीरियस नहीं लेगा। AIMIM चीफ ओवैसी ने कहा कि कट्टरपंथ किसी भी जगह के लिए खतरनाक है। भारत में भी चरमपंथी हैं जो बेगुनाह लोगों की लिंचिंग करते हैं। देश के कई हिस्सों में चरमपंथी लोग लिंचिंग करते हैं, PM उन पर कुछ नहीं करते। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कल दावा किया था कि तेलंगाना में 2024 में BJP जीत दर्ज करेगी। उन्होंने हैदराबाद मुक्ति दिवस के अवसर पर निर्मल जिले में जनसभा को संबोधित करते हुए असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM का भी जिक्र किया था। अमित शाह ने कहा था कि BJP मजलिस से नहीं डरती है। अमित शाह के उस बयान का जवाब देते हुए AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि बीजेपी, टीआरएस, कांग्रेस सभी की जुबान पर सिर्फ AIMIM, ओवैसी है। उनको बताना चाहता हूं कि हम भी किसी से नहीं डरते सिवाय अल्लाह के। इन तीनों पार्टी को सुबह शाम उनके ख्वाबों में हम ही क्यों नजर आते हैं, दूसरा कोई नजर नहीं आता क्या?
ओवीसी ने कहा कि अमित शाह ने चारमीनार इलाके में खूब प्रचार किया था, फिर भी हार गए। उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को लेकर चारमीनार इलाके में चार-चार घंटे प्रचार किया था, फिर भी हार जाने से उनको हमारे खिलाफ बहुत तकलीफ है। लोकतंत्र में डर शब्द क्यों निकल रहा है? डर तो माइनॉरिटी को होना चाहिए। आप तो मेजोरिटी में हैं, ऊपर से सत्ता आपके पास है, आपके मुंह से डर क्यों निकल रहा है? गृह मंत्री ने कहा था कि, ”आज के दिन ही पूरे देश को आजादी मिलने के 13 महीने बाद तेलंगाना को आजादी मिली थी। भारतीय जनता पार्टी ने निर्णय किया है कि 2024 में तेलंगाना में बीजेपी की सरकार बनने के बाद हम 17 सितंबर को राज्य के अधिकृत कार्यक्रम करके हैदराबाद विमोचन दिन को धूमधाम के साथ मनाएंगे। जो डरते हैं वो डरें, बीजेपी मजलिस वालों से नहीं डरती है। हम नहीं डरते हैं। तुष्टिकरण की राजनीति नहीं करते हैं।”
अमित शाह ने कहा था कि कांग्रेस का पूरे देश में पतन हो रहा है और कांग्रेस सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) का तेलंगाना में विकल्प नहीं हो सकती है, केवल बीजेपी ही विकल्प हो सकती है। अगर कांग्रेस मजलिस (AIMIM) के भय के कारण विकल्प बनती है तो वह वही करेगी जो टीआरएस कर रही है। क्या वे ओवैसी के खिलाफ वे लड़ सकते हैं? तेलंगाना का सम्मान केवल बीजेपी बढ़ा सकती है और कोई नहीं।''