नई दिल्ली। भारत ने आज माना कि वह अफगानिस्तान के विकास एवं पुनर्निर्माण के दीर्घकालिक प्रतिबद्धता के परिप्रेक्ष्य में तालिबान समेत विभिन्न पक्षकारों के संपर्क में है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने यहां एक वर्चुअल ब्रीफिंग में तालिबान से संपर्क कायम करने के बारे में एक सवाल के जवाब में कहा कि अफगानिस्तान के परिप्रेक्ष्य में भारत के विचार कई बार विस्तार से रखे जा चुके हैं। अफगानिस्तान के विकास एवं पुनर्निर्माण की दीर्घकालिक प्रतिबद्धता होने के नाते भारत सभी प्रकार की शांति पहलों का समर्थन करता है। बागची ने इस संदर्भ में हम विभिन्न पक्षकारों के संपर्क में हैं जिनमें क्षेत्रीय देश भी शामिल हैं। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में बहस के दौरान अफगानिस्तान में हिंसा बढ़ने पर चिंता व्यक्त की थी और भारत के विजन को रेखांकित किया था।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के हाल के बयान के बारे में पूछे जाने पर प्रवक्ता ने कहा कि भारत ने अफगानिस्तान में विद्युत परियोजनाओं, बांधों, स्कूलों, स्वास्थ्य सुविधाओं और सामुदायिक योजनाओं का निर्माण किया है जबकि सारी दुनिया जानती है कि पाकिस्तान अफगानिस्तान को क्या देता है। अफगानिस्तान में हेरात एवं जलालाबाद में वाणिज्य दूतावास बंद किये जाने की रिपोर्टों के बारे में पूछे जाने पर प्रवक्ता ने कहा कि उनके विचार में हाल में इस बारे में कुछ नहीं हुआ है।