नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर को लेकर आज बेहद अहम दिन रहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में पीएम आवास लोक कल्याण मार्ग पर एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई थी। बैठक में उप राज्यपाल मनोज सिन्हा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री जीतेंद्र सिंह और एनएसए अजीत डोभाल पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती, नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला, कांग्रेस नेता गुलाम नबी आज़ाद और जम्मू-कश्मीर के अन्य नेता मौजूद रहे। इस बैठक को अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद केंद्र सरकार की राज्य के नेताओं के साथ वार्तालाप की सबसे बड़ी पहल मानी जा रही है। सूत्रो के मुताबिक, 'पीएम ने जम्मू-कश्मीर के नेताओं से कहा कि वह जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।'
जम्मू और कश्मीर के चार पूर्व मुख्यमंत्रियों सहित मुख्यधारा की आठ राजनीतिक पार्टियों के 14 नेताओं ने राज्य में राजनीतिक प्रक्रिया को स्थापित करने के उद्देश्य से इस बैठक में भाग लिया। राज्य 2018 से राष्ट्रपति शासन के अधीन है, जब बीजेपी ने तत्कालीन मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती सरकार से समर्थन वापस ले लिया था। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने प्रधानमंत्री आवास पर एक बड़े हॉल में बैठक के दौरान पीएम मोदी की अगुवाई की।
हालांकि इस बैठक का कोई विशिष्ट एजेंडा अब तक सामने नहीं आया है लेकिन रिपोर्ट्स के मुताबिक राज्य में निर्वाचन क्षेत्रों का परिसीमन या पुनर्निर्धारण इसमें शामिल हो सकता है क्योंकि जम्मू और कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के बाद विधानसभा चुनाव की दिशा में यह पहला कदम है। पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला के नेतृत्व में सात दलों के समूह गुपकर अलायंस ने कहा था कि वे बैठक में पूर्ण राज्य का दर्जा और विशेष दर्जा बहाल करने के लिए दबाव डालेंगे।कांग्रेस ने भी उनकी मांग को समर्थन किया है।
फारूक अब्दुल्ला ने बैठक से पहले संवाददाताओं से कहा, "मैं बैठक में जा रहा हूं।मैं वहां मांगों को रखूंगा और फिर आपसे बात करूंगा।" गुपकर गठबंधन के प्रवक्ता और माकपा नेता मोहम्मद यूसुफ तारिगामी ने कहा, "हमें कोई एजेंडा नहीं दिया गया है।हम यह जानने के लिए बैठक में शामिल होंगे कि केंद्र क्या पेशकश कर रहा है।" उधर, केंद्र सरकार का कहना है कि राज्य का दर्जा बहाल करने पर "उचित समय पर" विचार किया जाएगा, लेकिन वह समय अभी नहीं आया है।