नई दिल्ली। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार के आवास पर मंगलवार को आयोजित राष्ट्र मंच की बैठक शुरू हो गई है। इस बैठक में तमाम विपक्षी नेता जुट रहे हैं। इस बैठक के एक दिन पहले सोमवार को प्रशांत किशोर और शरद पवार की मुलाकात के बाद ऐसा कहा जा रहा है कि पवार देश में तीसरे मोर्चे को तैयार करने की कवायद तेज करते हुए यह बैठक कर रहे हैं। मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ 2018 में यशवंत सिन्हा ने राष्ट्रमंच का गठन किया था. सिन्हा अब टीएमसी के उपाध्यक्ष हैं।
इस बैठक में आम आदमी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल, नेशनल कांफ्रेंस और एनसीपी के अलावा कुछ और दलों के नेता शामिल हो सकते हैं। नेताओं के अलावा इसमें गीतकार जावेद अख्तर, पत्रकार प्रीतिश नंदी, सामरिक विशेषज्ञ केसी सिंह, पूर्व चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी, अर्थशास्त्री अरुण कुमार और राजनीतिक विश्लेषक सुधींद्र कुलकर्णी के भी इस बैठक में शामिल होने की खबर है। भाजपा से ज्यादा कांग्रेस के खिलाफ एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने निशाना साधा। विपक्षी दलों और प्रमुख विशेषज्ञों के साथ बैठक कर विपक्ष का सबसे बड़ा चेहरा होने का संदेश दिया गया है। महाराष्ट्र में भी कांग्रेस प्रमुख ने एनसीपी के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है।
बैठक के लिए पहुंचे सीपीआई के सांसद बिनॉय विस्वम ने कहा कि- "यह विफल हो चुकी सबसे नफरत वाली सरकार के खिलाफ सभी धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक वाम ताकतों का एक मंच है। देश को बदलाव की जरूरत है. लोग बदलाव के लिए तैयार हैं। बैठक में तृणमूल कांग्रेस के नेता यशवंत सिन्हा, गीतकार जावेद अख्तर, राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला इस बैठक के लिए शरद पवार के दिल्ली स्थित आवास पर पहुंच गए हैं।