वहीं वैक्सीनेशन का तीसरा चरण शुरू होने के बाद से 37 राज्यों औ केंद्र शासित प्रदेशों में कुल मिलाकर 4,93,56276 लोग कोरोना वैक्सीन की पहली डोज ले चुके हैं जबकि 10,58,514 लोग दूसरी खुराक ले चुके हैं।बिहार, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, झारखंड, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, ओडिशा, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में 18 से 44 साल तक के 10 लाख लोगों को कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक दी जा चुकी है।
वहीं दूसरी ओर खबर है कि देश की स्वदेशी वैक्सीन ‘कोवैक्सिन’ को जल्द ही WHO की मंजूरी मिल सकती है। भारत में कोवैक्सिन का निर्माण कर रही कंपनी भारत बायोटेक ने 19 जून को WHO को (एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट) EOI भेजा था। इसे WHO ने स्वीकार कर लिया है, अब 23 जून को भारत बायोटेक और विश्व स्वास्थ्य संगठन की प्री-सबमिशन मीटिंग होनी है। कोवैक्सिन को आईसीएमआर और भारत बायोटेक ने मिलकर विकसित किया है। अब WHO की लिस्ट में कोवैक्सिन के शामिल होने का रास्ता साफ हो गया है। कोवैक्सिन फिलहाल WHO की लिस्ट में शामिल नहीं है, जिसके चलते इस वैक्सीन को लगवाने वाले लोग कुछ देशों की यात्रा नहीं कर पा रहे हैं। अब इस प्रक्रिया के साफ हो जाने से विदेशों की यात्रा करने वालों के लिए भी राहत की खबर है।