वाशिंगटन। अमेरिका की ग्रीन पार्टी के सह-संस्थापक होवी हाकिन्स ने कहा है कि अमेरिका और रूस ने अपने परमाणु बलों का आधुनिकीकरण जारी रखा है इसलिए दोनों देशों के नेताओं को जिनेवा शिखर सम्मेलन में पहले सबसे महत्वपूर्ण रणनीतिक स्थिरता पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बिडेन और रूस के राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन आगामी 16 जून को जिनेवा में शिखर बैठक करेंगे। दोनों नेताओं के बीच रणनीतिक स्थिरता, यूक्रेन और बेलारूस की स्थिति तथा अन्य मुद्दों पर चर्चा की उम्मीद जतायी जा रही है।
वर्ष 2020 में ग्रीन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रहे हाकिन्स ने कहा कि परमाणु स्थिरता सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा है जिस पर बिडेन और पुतिन को विशेष ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए , क्योंकि दोनों ही देशों ने अपने परमाणु बलों का आधुनिकीकरण जारी रखा है। उन्होंने जोर दिया कि अगर वे इंटरमीडिएट-रेंज न्यूक्लियर फोर्स (आईएनएफ) संधि के नवीनीकरण की दिशा में पहल कर सकते हैं तो यह एक बड़ा कदम होगा।
उल्लेखनीय है कि आठ दिसंबर-1987 को वाशिंगटन में सोवियत नेता मिखाइल गोर्बाचेव और तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन ने आईएनएफ संधि पर हस्ताक्षर किए गए थे , जिसे एक जून-1988 में लागू किया गया। करीब 30 साल बाद 2018 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने संधि समाप्त किये जाने की घोषणा की और 2019 में इसे औपचारिक रूप से वापस ले लिया गया था।