कोलकाता। पश्चिम बंगाल में जारी विधानसभा चुनाव के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और निर्वाचन आयोग में खटास बढ़ती जा रही है। शुक्रवार को चुनाव आयोग ने मुख्यमंत्री और टीएमसी अध्यक्ष ममता बनर्जी के विशेष कार्य अधिकारी (ओएसडी) अशोक चक्रवर्ती को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है। गौरतलब है कि मतदान से पहले ही सीएम ममता बनर्जी कई मुद्दों को लेकर चुनाव आयोग पर सवाल उठा रही हैं। ऐसे में आयोग और सीएम के बीच विवाद की गाज ओएसडी अशोक चक्रवर्ती पर गिरी है।
गौरतलब है कि नंदीग्राम में सीएम ममता बनर्जी के चोटिल होने के बाद टीएमसी ने चुनाव आयोग को घेरते हुए कई इल्जाम लगाए थे। इसके बाद खुद सीएम ममता ने भी अपने एक बयान में चुनाव आयोग पर सवाल खड़ा करते हुए कहा था कि आज तक ऐसा चुनाव कभी नहीं देखा। तीसरे चरण के मतदान के दौरान सीएम ममता ने सीआरपीएफ और बीजेपी के बीच साठगांठ का आरोप लगाया था जिसके चलते चुनाव आयोग उन्हें तलब भी कर चुका है। शुक्रवार को चुनाव आयोग ने उनके सीआरपीएफ वाले बयान पर सीएम ममता को दोबारा नोटिस भेजा।
मुख्यमंत्री और टीएमसी मुखिया ममता बनर्जी ने चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए बीजेपी सहित चुनाव आयोग के नोटिस पर जमकर हमला बोला। चुनाव आयोग के नोटिस के जवाब में ममता बनर्जी ने कहा कि यह शायद ही मायने रखता है, भले ही मेरे खिलाफ 10 कारण बताओ नोटिस जारी किए जाएं। मैं सभी को एकजुट होकर मतदान करने के लिए कह रही हूं, वोटों में कोई विभाजन नहीं होना चाहिए। वहीं पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए ममता ने कहा कि नरेंद्र मोदी के खिलाफ कितनी शिकायतें दर्ज हुईं? वह हर दिन हिंदू-मुस्लिम करते हैं।