नई दिल्ली। एकीकृत हेल्थकेयर कंपनी प्रैक्टो ने अपनी टेली कंसल्टेशन सेवा के लिए स्थानीय भाषा के विकल्प प्रस्तुत किए हैं। कंपनी ने आज यहां जारी बयान में कहा कि इसके द्वारा ऑनलाईन कंसल्टेशन यूजर ऐसा डॉक्टर चुन सकेंगे, जो उनकी पसंद की भाषा बोलता हो। वर्तमान में यह सेवा 15 भाषाओं - हिंदी, मराठी, तमिल, तेलुगू, कन्नड़ और बंगाली में चल रही है और जल्द ही अन्य भाषाओं के लिए भी सेवा शुरू की जाएगी। इसके साथ ही प्रैक्टो भविष्य में 20 करोड़ यूजर के लिए भाषा की बाधा को दूर करने के अपने उद्देश्य के नजदीक आ गया है।
प्रैक्टो पर भाषा-विशिष्ट फीचर के लिए यूजर रिक्वेस्ट मिलने के बाद यह पिछले साल एक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लॉन्च किया गया था तथा यूजर को वैकल्पिक भाषा में हिंदी को चुनने का विकल्प दिया गया। इस अवधि में प्रैक्टो पर 25 प्रतिशत ऑनलाईन कंसल्टेशन स्थानीय भाषाओं में दी गई तथा हिंदी, तमिल, तेलुगू, मराठी, और कन्नड़ (क्रमानुसार) कंसल्टेशन के लिए पसंदीदा भाषाएं रहीं। लगभग 67 प्रतिशत स्थानीय कंसल्टेशन नॉन-मेट्रो शहरों में रहने वाले यूजर के थे। 65 प्रतिशत स्थानीय कंसल्ट 60 साल से अधिक आयु के यूजर द्वारा लिए गए। सने कहा कि देश में 10 नए इंटरनेट यूजरों में से 9 स्थानीय भाषा बोलते हैं। इसलिए इस तरह का अभियान भारत के विकसित होते डिजिटल हैल्थकेयर के परिवेश में भाषा की बाधाओं को पार करके डिजिटल अंतर को दूर करने में महत्वपूर्ण होंगे।