चंडीगढ़। पंजाब सरकार पर लोगों को महंगी बिजली देने का आरोप लगाते हुए आम आदमी पार्टी ने कहा है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने 2017 के चुनावों में बिजली दरों को कम करने का वादा किया था लेकिन बिजली की कीमतें कम करने के बजाय बढ़ा दीं। आप विधायक अमन अरोड़ा ने आज यहां कहा कि पंजाब की खानों में प्रचुर मात्रा में कोयला उपलब्ध है जिसका इस्तेमाल सस्ती बिजली पैदा करने के लिए किया जा सकता है। इसी कारण पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड को भी भारी वित्तीय नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।
अरोड़ा ने कहा कि कैप्टन सिंह ने राज्य को समृद्ध बनाने के लिए कुछ भी नहीं किया है। पिछली अकाली सरकार और कांग्रेस सरकार ने पीएसपीसीएल को दिवालिया कर दिया है। इन लोगों ने अपने हितों के लिए राज्य को कर्ज के जाल में धकेल दिया। उन्होंने कहा कि 2019-20 में सरकार ने 57,140 लाख यूनिट बिजली की आपूर्ति के लिए 34,813 करोड़ रुपये का व्यय किया और 3,004 करोड़ रुपये के घाटे के साथ मात्र 31,809 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया।
पीएसपीसीएल ने औसतन हर यूनिट पर 7.08 रुपये खर्च किए और प्रत्येक यूनिट पर 61 पैसे के नुकसान के साथ 6.47 रुपये का राजस्व अर्जित किया। इस तरह की स्थितियों के साथ साल-दर-साल राज्य को ऋण के जाल में धकेला जा रहा है, लेकिन कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार ने इसके लिए कोई उपाय नहीं किया। उन्होंने कहा कि पंजाब में बिजली उत्पादन होने के बावजूद अन्य राज्यों की तुलना में महंगी बिजली दी जा रही है और पीएसपीसीएल द्वारा भुगतान नहीं करने के कारण ऋण का बोझ भी बढ़ रहा है। सरकार लोगों पर अधिक बोझ डाल रही है।
पंजाब सरकार के मालिकाना हक वाले झारखंड के पाकु जिले के कोयला खदान से बठिंडा, रोपड़ और लेहरा मोहब्बत के थर्मल प्लांटों में उपयोग के लिए 2005 से 2015 तक लगभग 52 लाख टन निकाला, लेकिन पिछले साल राज्य में केवल 1,967 लाख यूनिट बिजली का उत्पादन हुआ। अरोड़ा ने कहा कि एक तरफ दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार अपने लोगों को बिजली खरीदकर मुफ्त बिजली मुहैया करा रही है और दूसरी तरफ पंजाब की कैप्टन सरकार बिजली पैदा कर के भी लोगों को सबसे महंगी दरों पर बिजली उपलब्ध करा रही है। पंजाब सरकार सस्ता कोयला, प्रशिक्षित थर्मल मैनपावर और पूंजी जैसे महत्वपुर्ण संसाधनों को बर्बाद कर रही है। उन्होंने लोगों से अपील की कि जब भी कांग्रेस, भाजपा और शिअद के नेता वोट मांगने आएं तो उनसे महंगी बिजली के बारे में जरुर सवाल करे।