रायपुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सलियों से हुई मुठभेड़ के बाद लापता सुरक्षा बल का जवान नक्सलियों के कब्जे में है। नक्सलियों ने माडियाकर्मियों को फोन कर यह दावा किया है। उन्होंने फोन पर कहा है कि वे जवान को कोई नुकसान नहीं पहुंचाएंगे, लेकिन उसकी रिहाई के लिए शर्त रखी है।
लापता जवान का नाम राकेश्वर सिंह मनहास है। वे जम्मू कश्मीर के निवासी हैं और कोबरा बटालियन का हिस्सा हैं। नक्सलियों ने पत्रकारों को फोन पर शर्त रखी है कि जवान पुलिस की नौकरी छोड़े और कोई दूसरा काम करे, तभी उसे रिहा किया जाएगा।
सुकमा में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ के दौरान 21 जवान लापता हो गए थे। इनमें से 20 के शव रविवार को एयरफोर्स की मदद से ढूंढे गए, जबकि एक जवान का पता अब तक नहीं चला। अब नक्सलियों ने उसके अपने कब्जे में होने का दावा किया है। मुठभेड़ के बाद नक्सली अपने घायल और मृत साथियों को ट्रैक्टर में भर कर ले गए थे। आशंका है कि इसी के साथ वे घायल जवान को भी अपने साथ लेकर गए।
शनिवार के बीजापुर के तर्रेम क्षेत्र में यह मुठभेड़ तब शुरू हुई थी जब नक्सलियों ने सर्चिंग के लिए निकले सुरक्षाबलों को घेर कर उन पर हमला कर दिया था। इसमें 22 से ज्यादा जवानों की मौत होने की पुष्टि हुई है जबकि दो दर्जन से ज्यादा सुरक्षाकर्मी घायल हैं। घायलों के इलाज के लिए राजधानी रायपुर के अस्पताल में भर्ती किया गया है।