सोनीपत। किसान नेता राकेश टिकैत की गाड़ी पर राजस्थान के अलवर में हमला के विरोध में धरनारत गुस्साएं किसानों ने कुंडली में कुंडली-मानेसर-पलवल पहुंच कर जाम लगा दिया। बाद में मोर्चा के नेताओं ने किसानों को वापस बुला लिया और इस बारे में बाद में निर्णय लेकर कार्रवाई करने की बात कही। गौरतलब है कि शुक्रवार को राजस्थान के अलवर जिले में पहुंचे टिकैत की गाड़ी पर हमला कर दिया गया, जिससे गाड़ी के पीछे के शीशे भी टूट गए। इस हमले की सूचना आग की तरह किसानों में फैल गई।
कुंडली धरने पर बैठे सैकड़ों किसान शाम करीब पौने सात बजे अपने दर्जनों ट्रैक्टर लेकर कुंडली के पास केएमपी पर चढ़ गए और जाम लगा दिया। अचानक जाम लगाने से केएमपी पर लंबा जाम लग गया। किसानों ने यहां सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। किसानों के जाम लगाने के बाद पुलिस भी हरकत में आई और किसानों को मनाने के प्रयास शुरू किए, लेकिन किसान नहीं माने। करीब 20 मिनट के बाद ही संयुक्त किसान मोर्चा ने जाम लगा रहे किसानों को फोन पर संदेश दिया कि फिलहाल जाम न लगाएं और वापस आ जाएं।
जाम लगाने या अन्य कार्रवाई के बारे में बाद में बैठक कर निर्णय लिया जाएगा। ऐसे में किसानों ने जाम खोल दिया और वापस धरने पर लौट गए। इस बीच टिकैत ने हमले के बाद एक संदेश जारी कर बताया कि अलवर में जो हमला हुआ है, उसके पीछे भारतीय जनता पार्टी का षडयंत्र है। घटना से जुड़े हमलावर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सक्रिय कार्यकर्ता हैं और स्थानीय सांसद बालक नाथ और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के करीबी हैं। यह षड्यंत्र हरियाणा के बोहर में रचा गया। किसी भी मोर्चे पर घटना के विरोध में कोई एक्शन नहीं लेना है। उन्होंने कहा कि संयुक्त मोर्चा की बैठक में इस पर चर्चा कर आगे की रणनीति तय की जाएगी। उन्होंने सरकार को चेतावनी भी दी कि यदि किसानों ने यह काम शुरू कर दिया तो भाजपा के सांसदों और विधायकों का सड़क पर निकलना मुश्किल हो जाएगा।