नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने कहा है कि कांग्रेस और वामपंथी दलों द्वारा कोरोना से बचाव के टीके ‘कोवैक्सीन’ का बिना किसी तर्क और आधार के विरोध करना देश के वैज्ञानिकों का अपमान है। भाजपा प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा ने शुक्रवार को यहाँ संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पंजाब, छत्तीसगढ़ और केरल जैसे राज्यों में विपक्षी दलों की सरकारें भारत में निर्मित कोविड के टीके ‘कोवैक्सीन’ को लगाने से इनकार कर रही हैं जो निंदनीय है और यह दुनिया में अपनी ही मातृभूमि को बदनाम करने की साजिश है।
उन्होंने कहा कि, ‘‘पहले विपक्षी दल कहते थे कि यदि कोवैक्सीन सही है तो पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसे स्वयं लगवाएं और अब जब प्रधानमंत्री मोदी ने कोवैक्सीन लगवा ली है तो यह लोग इस पर भी राजनीति कर रहे हैं। यह दुर्भाग्य है कि कांग्रेस और कुछ विपक्षी दलों द्वारा कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर राजनीति हो रही है।’’
पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि कोवैक्सीन को आईसीएमआर और पुणे स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के सहयोग से निर्मित किया गया है और अब इसके तीसरे चरण के आँकड़े भी जारी हुए हैं जिसमें इसके 81 प्रतिशत सफल होने की बात सामने आई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सहित कुछ विपक्षी दल जिस प्रकार की राजनीति कर रहे हैं, यह अवांछित और अस्वीकार्य है।
पात्रा ने कहा, ‘‘हमारे वैक्सीन पर देश ही नहीं, दुनिया को भरोसा है, इसलिए दुनिया के 40 से अधिक देशों ने कोवैक्सीन का आयात किया है। किसी को भी इस वैक्सीन पर संदेह नहीं है, लेकिन कांग्रेस राजनीति से बाज नहीं आ रही है।’’ उन्होंने कहा कि, ‘‘कांग्रेस और वाम दलों ने कोवैक्सीन का विरोध करके देश के वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं की क्षमता पर संदेह कर ना सिर्फ उनका अपमान किया, बल्कि आत्मनिर्भर भारत की भावना को भी ठेस पहुंचाई। वहीं प्रधानमंत्री ने अपने वैज्ञानिकों के अथक परिश्रम पर भरोसा किया। उन्होंने कोरोना टीकाकरण के दूसरे चरण में खुद टीका लगवाकर दुनिया को स्वदेशी कोवैक्सीन पर भरोसा करने का बड़ा संदेश दिया।’’