पटना। राज्यसभा सांसद एवं बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने राष्ट्रीय जनता दल का नाम लिए बगैर उस पर हमला बोला और कहा कि आरक्षण विरोधी कांग्रेस से दोस्ती करने वालों ने जननायक कर्पूरी ठाकुर के सारे आदर्श मिट्टी में मिलाये हैं। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता मोदी ने सोमवार को ट्वीट किया कि यह एक बेशर्म पाखंड था कि चार्टर प्लेन में बर्थडे केक काटने वाले राजकुमार ने खुद को कर्पूरी ठाकुर का सबसे बड़ा समर्थक बताने वाला ट्वीट किया और उनकी पार्टी ने जननायक के आदर्शों की बात की।
उन्होंने कहा कि राजद के पास तो बेनामी सम्पत्ति बनाने, बालू माफिया की फंडिंग से राजनीति करने और काम के बदले लोगों की जमीन लिखवा लेने के नये आदर्श हैं। मोदी ने कहा कि जिस राजद ने अपने शासन के दौरान बिहार में पिछड़ा-अतिपिछड़ा वर्ग के लोगों को पंचायत चुनाव में आरक्षण नहीं दिया, जिसने समाजवाद को छोड़ कर परिवारवाद को बढ़ावा दिया और जिसने सत्ता का दुरुपयोग बेनामी सम्पत्ति बनाने में किया, उसने ऐसे जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती को अपवित्र किया, जिन्होंने वंचित वर्गों को आरक्षण दिया, सत्ता में रह कर सादा जीवन जिया और ईमानदारी ऐसी कि दो बार मुख्यमंत्री बनने के बाद भी अपना मकान नहीं बनवाया।
भाजपा नेता ने कहा कि राजद ने सत्ता के लिए उस कांग्रेस से हाथ मिलाया, जिसने आरक्षण का विरोध किया और काका कालेलकर समिति की रिपोर्ट लागू नहीं की। दूसरी ओर, कर्पूरी सरकार में शामिल जनसंघ के समर्थन से 27 प्रतिशत आरक्षण का फॉर्मूला लागू हुआ और अब केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने पहले ही कार्यकाल में पिछडा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया। मोदी ने कहा कि राजद के विद्वान बतायें कि 100 बार निर्वाचित सरकारों को बर्खास्त करने से लेकर आपातकाल लगाने तक संविधान की धज्जियां किसने उडायीं। किससे संविधान को खतरा रहा। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि क्या वे आरक्षण विरोधी कांग्रेस से नाता तोड़ेंगे। ठाकुर ने कभी गैरकांग्रेसवाद से समझौता नहीं किया था।