नई दिल्ली। नए कृषि कानूनों के विरोध में किसान संगठनों की 26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड की पूरी तैयारी हो गई है। किसानों कोशिशों के बाद आखिर पुलिस ने कुछ शर्तों के साथ राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस पर उन्हें ट्रैक्टर परेड निकालने की इजाजत दे दी है। राजपथ पर 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस परेड खत्म होने के बाद किसान दिल्ली के तय रूटों सिर्फ सिंघु, टीकरी और गाजीपुर बार्डर पर परेड निकालने की इजाजत दी गई है।
दरअसल परेड में हिंसा फैलाने की पाकिस्तान की साजिश भी सामने आ रही है, बताया जा रहा है कि पाकिस्तान इसके लिए इंटरनेट मीडिया का सहारा ले रहा है। उसने 308 ट्विटर अकाउंट बनाए हैं, जिसकी जानकारी इंटेलिजेंस को मिल गई है। इसे देखत हुए सुरक्षा के बेहद कड़े बंदोबस्त किए जा रहे हैं।
बता दें कि गणतंत्र दिवस के दिन किसानों की प्रस्तावित ट्रैक्टर परेड के बीच गड़बड़ी करने और राजधानी में दंगे वह आतंकी साजिश को दिल्ली पुलिस ने बेनकाब किया है। पुलिस ने पाकिस्तान से संचालित 308 ट्विटर हैंडल ट्रेस किए हैं, जो पाकिस्तान, तुर्की और अफगानिस्तान के आसपास से संचालित थे।
दिल्ली पुलिस ने बताया की रैली की आड़ में पाकिस्तान की आईएसआई और प्रतिबंधित खालिस्तानी संगठन किस तरह से आतंकी साजिश रच रहे थे। इनकी योजना सोशल मीडिया के जरिए उन्माद फैलाने की थी, हालांकि दिल्ली पुलिस ने स्पष्ट किया कि परेड के लिए तीन रूट तय किए गए हैं। परेड सिंघू बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर और गाजीपुर से निकलेगी शांहजहांपुर और पलवल से ट्रैक्टर परेड के बारे में अंतिम फैसला नहीं हो पाया है।
बता दें कि ट्विटर और अन्य सोशल साइट्स पर ट्रेंड कर रहा था। इसके सबंधं में कई इनपुट आई बी ने दिए हैं, जिसकी जांच की गई है। इसी जांच के तहत पता चला कि 13 जनवरी से 18 जनवरी के बीच 308 ट्वीटर हैंडल बने और इनके फॉलोअर्स की संख्या एकाएक लाखों में जा पुहंची।
इन ट्विटर हैंडलों की जांच में पता चला कि ये सभी पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर, तुर्की और अफगानिस्तान के आसपास आईएसआईएस प्रभावित इलाके से बने थे, जहां किसानों को खालिस्तानी समर्थक बतात हुए आंदोलन को उग्र बनाने की बातें कहीं गईं।
बता दें कि पुलिस ने कहा कि ट्रैक्टर परेड दिल्ली के तीन सीमा बिदुओं- सिंघू, टिकरी और गाजीपुर से आयोजित की जाएगी और इसे पर्याप्त सुरक्षा प्रदान की जाएगी। मुख्य तौर पर पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हजारों किसान तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग को लेकर पिछले वर्ष नवम्बर से दिल्ली के कई सीमा ङ्क्षबदुओं पर डेरा डाले हुए हैं।किसानों ने पहले घोषणा की थी कि कृषि कानूनों के खिलाफ अपने विरोध के तौर पर वे गणतंत्र दिवस पर एक शांतिपूर्ण ट्रैक्टर परेड करेंगे।