नई दिल्ली। बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव और उनके बड़े भाई तेजप्रताप यादव ने रांची स्थित राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (RIMS) में इलाज करा रहे राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद से शुक्रवार मुलाकात की। लालू प्रसाद ने गुरुवार शाम सीने में जकड़न की शिकायत की थी, जिसके बाद संस्थान के शीर्ष डॉक्टरों द्वारा उनकी निगरानी की जा रही थी। चारा घोटाला मामलों में जेल की सजा काट रहे लालू प्रसाद यादव का दिसंबर 2017 से रिम्स में इलाज चल रहा है।
अपने पिता से मिलने के बाद आधी रात के आसपास पत्रकारों से बात करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि परिवार उनकी स्वास्थ्य स्थिति को लेकर चिंतित था। "सभी मेडिकल रिपोर्ट्स आने के बाद ही हमें उनसी सही स्थिति का पता चल पाएगा। लेकिन वह 70 वर्ष से अधिक उम्र के हैं और मधुमेह, हृदय रोग और गुर्दे की कार्यक्षमता कम होने सहित कई बीमारियों से पीड़ित हैं। सीने में जकड़न की उनकी शिकायत के बाद हम कोरोना की संभावना को लेकर चिंतित थे। हमें पता चला है कि पानी उसके फेफड़ों में प्रवेश कर गया होगा, जो चिंता का कारण है।"
तेजस्वी ने सवालों का जवाब देते हुए कहा कि क्या लालू प्रसाद को बेहतर इलाज के लिए स्थानांतरित किया जाएगा। तेजस्वी अपनी मां राबड़ी देवी और भाई तेजप्रताप के साथ शुक्रवार देर शाम फ्लाइट से रांची पहुंचे, जबकि उनकी बड़ी बहन मीसा भारती शुक्रवार दोपहर अलग से यहां पहुंची थीं और दिन में अपने पिता से मिली थीं। रिम्स अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा कि प्रसाद की हालत स्थिर है।
रिम्स के निदेशक डॉ। कामेश्वर ने अस्पताल के पेइंग वार्ड में भर्ती लालू प्रसाद की हालत जांचने के बाद संवाददाताओं से कहा- "उनकी हालत स्थिर है। उनकी अधिकांश जांच रिपोर्ट सामान्य हैं। उन्होंने निमोनिया के लक्षण थे, जिसके लिए उनका ध्यान रखा जा रहा है। उनकी कोरोना जांच रिपोर्ट सामान्य आई है।" रिम्स के निदेशक ने कहा कि उन्होंने एम्स, दिल्ली के विशेषज्ञों से भी संपर्क किया, जिनके द्वारा प्रसाद का फेंफड़ों में पाए गए इन्फेक्शन के लिये इलाज किया जा रहा है।