नई दिल्ली। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ने एक और उपलब्धि हासिल करते हुए देश में निर्मित स्मार्ट एंटी एयरफील्ड वेपन का सफल परीक्षण किया है। डीआरडीओ के अनुसार इस हथियार का गुरूवार को ओडिशा में समुद्र तट से कुछ दूर सफल ‘कैप्टिव एंड रिलीज’ उड़ान परीक्षण किया। यह परीक्षण हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के हॉक-क विमान के जरिए किया गया।
स्मार्ट वेपन का एचएएल द्वारा निर्मित हॉक-एमके 132 विमान से सफलतापूर्वक प्रायोगिक परीक्षण किया गया। डीआरडीओ द्वारा अब तक किए गए सफल परीक्षणों की श्रृंखला में यह नौवां परीक्षण था। यह बेहद सटीक परीक्षण था जिसने अपने सभी लक्ष्य हासिल किए। बालासोर स्थित अंतरिम परीक्षण रेंज पर स्थापित टेलीमीट्री और ट्रैकिंग प्रणाली ने इस मिशन के सभी दृश्यों को कैमरे में कैद किया।
स्मार्ट एंटी एयरफील्ड वेपन का डिजाइन और विकास डीआरडीओ के हैदराबाद स्थित रिसर्च सेंटर ने किया है। इसका वजन 125 किलोग्राम है जो जमीन पर शत्रु की एयरफील्ड सम्पत्तियों जैसे राडार, बंकर, टैक्सी ट्रैक और रनवे को 100 किलोमीटर की दूरी से निशाना बना सकता है। इसका उच्च सटीकता वाला निर्देशित बम भी इस श्रेणी की अन्य हथियार प्रणालियों की तुलना में कम वजन का है। इस हथियार का इससे पहले भी जगुआर विमान के जरिए एक सफल प्रायोगिक परीक्षण किया जा चुका है।डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. जी. सतीश रेड्डी ने इस सफल परीक्षण के लिए सभी वैज्ञानिकों को बधाई दी है।