नई दिल्ली। पंजाब के तीन जिलों में जहरीली शराब त्रासदी में मरने वाली की संख्या 86 पहुंच गई है। जहरीली शराब से सबसे ज्यादा मौतें तरनतारन जिले में हुई हैं। यहां अब तक 63 लोगों की जान जा चुकी है। इसके अलावा अमृतसर में 12 गुरदासपुर के बटाला में 11 लोगों की मौत हुई है। इस मामले में अब तक 7 आबकारी अधिकारियों 6 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। जबकि 25 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
पुलिस ने राज्य में 100 से अधिक स्थानों पर छापेमारी के दौरान 17 लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने अमृतसर, गुरदासपुर के बटाला तरन तारन में जहरीली शराब पीने के कारण लोगों की मौत की घटना के बाद शुक्रवार को 8 लोगों को गिरफ्तार किया था। इस संबंध में अब तक 25 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। आबकारी विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस की छापेमारी में जब्त की गई सामग्री के रासायनिक विश्लेषण की रिपोर्ट अभी नहीं आई है, लेकिन सतही जांच से पता चला है कि यह सामग्री ऐसा खराब स्प्रिट है, जिसका इस्तेमाल पेंट या हार्डवेयर उद्योग में होता है।
उधर, मुख्यमंत्री ने छह पुलिसकर्मियों के साथ सात आबकारी अधिकारियों को निलंबित करने का आदेश दिया। निलंबित अधिकारियों में दो उप पुलिस अधीक्षक चार थाना प्रभारी शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मामले में किसी भी लोक सेवक या अन्य को संलिप्त पाया जाता है, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि जहरीली शराब के उत्पादन बिक्री को रोकने में पुलिस आबकारी विभाग की नाकामी शर्मनाक है।